मंडीः कुल्लू मार्ग पर मंडी से चार किलोमीटर दूर बिंदरावणी में जून महीने के पहले पखवाड़े में फिर से एक छत्त के नीचे हिमाचल दर्शन हो सकेगा. हिमाचल दर्शन फोटो गैलरी को फिर से स्थापित कर दिया गया है.
जानकारी के अनुसार अब इसे जून के पहले पखवाड़े में दर्शकों के लिए खोल दिया जाएगा. फोरलेन की जद में आने के कारण गैलरी को तोड़ दिया गया था. जिसे नए सिरे से बनाया गया है.
![Himachal Darshan photo gallery](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/3455105_p.jpg)
बता दें कि पुरातत्व चेतना संघ व बीरबल शर्मा द्वारा छायांकित छायाचित्रों पर आधारित इस फोटो गैलरी को 24 अप्रैल 1997 में स्थापित किया गया था. 22 सालों में इसमें कई नए आयाम जोड़े गए, लेकिन 10 अगस्त 2018 को इसे बंद करना पड़ा.
![Himachal Darshan photo gallery](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/3455105_pp.jpg)
बीरबल शर्मा ने बताया कि अब यह फोटो गैलरी जल्द ही दर्शकों के लिए खोल दी जाएगी. अब यह पूरी तरह से नए रूप में होगी. इसमें कई नए छायाचित्र देखने को मिलेंगे. इसके लिए कुछ अन्य छायाकारों के चित्रों को भी शामिल किया जा रहा है, जो संग्रह में दिखाए जाने जरूरी है.
![Himachal Darshan photo gallery](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/3455105_hh.jpg)
यही नहीं, अधिकांश छायाचित्र नए व बड़े बनाए गए हैं. इनमें जानकारी भी अतिरिक्त दी जा रही है. पहले से ज्यादा छायाचित्र अब इस गैलरी में होंगे. कुदरत के अनूठे वातावरण के बीच दरिया ब्यास की जलधारा के अवलोकन के साथ-साथ दर्शक इसका आनंद ले सकेंगे.
![Himachal Darshan photo gallery](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/3455105_hhh.jpg)
बीरबल शर्मा के अनुसार गैलरी परिसर में एक म्यूजिम व दुर्लभ पुस्तकों का पुस्तकालय भी स्थापित किया जा रहा है ताकि शोधार्थी इसका लाभ उठा सकें. मंडी से जुड़े सौ साल पुराने छायाचित्रों का एक खास कालम जोड़ा गया है, जो बेहद रोचक साबित हो सकता है.
उन्होंने बताया कि इसके अलावा प्रदेश की विविधिता पर आधारित कई फोटो बुक भी तैयार की गई है. जिसमें दर्शकों को अतिरिक्त छायाचित्र देखने को मिल सकते हैं. प्राचीन मंदिर, किले, स्मारक, धार्मिक स्थल, मेले त्यौहार, वेशभूषा, लोक नृत्य, प्राकृतिक सौंदर्य, जनजीवन, कुदरती झीलें, विकास व अन्य सभी विधाओं के लिए अलग अलग कॉलम तैयार किए गए हैं.
बीरबल शर्मा का कहना है कि पूरे देश में यह अपनी तरह की पहली गैलरी होगी. जिसमें पूरे प्रदेश के हर पहलू को एक ही छत्त के नीचे देखा जा सकता है. कड़ी मेहनत के बाद इसे बेहद उपयोगी व रोचक बनाने के प्रयास किए गए हैं. जल्द ही इसकी तैयारियों को अंतिम रूप देकर इसका विधिवत शुभारंभ कर दिया जाएगा.
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