मंडी: कोरोना वायरस महामारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला में आईईसी (इनफार्मेशन, एजुकेशन, कम्युनिकेशन) अभियान का शुभारंभ किया गया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस अभियान के अंतर्गत हेल्थ वर्कर, आशा वर्कर, घर-घर जाकर लोगों को कोरोना महामारी के बारे में जागरूक करेंगी.
डॉ. देवेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त सुविधाएं हैं. अगर जिला में नए 5000 मामले भी सामने आते हैं तो स्वास्थ्य विभाग उनसे निपटने के लिए हर तरह से तैयार है. वहीं, इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेंद्र ने जिला में कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से उठाए गए एहतियातन कदमों की भी जानकारी मीडिया से साझा की.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि लोगों को आईईसी अभियान के तहत एनीमेटेड वीडियो, टैगलाइन और अन्य तरह के संदेशों के माध्यम से जागरूक किया जाएगा. उन्होंने कहा कि देखने में आ रहा है कि लोग कोरोना वायरस महामारी को हल्के में ले रहे हैं और अधिकतर लोग इन दिनों फेस मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को फेस मास्क, हैंड वाश और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में भी जागरूक किया जाएगा.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर देवेंद्र शर्मा ने कहा कि हेल्थ और आशा वर्कर को किसी व्यक्ति में बुखार, सर्दी, खांसी या अन्य तरह के लक्षण मिलते हैं तो उन्हें अस्पताल में उपचार के लिए भेजा जाएगा और घरवालों को एतिहात बरतने के लिए जागरूक किया जाएगा.
बता दें कि कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए और लोगों के कोरोना वायरस महामारी को हल्के में लिए जाने के बाद अब प्रदेश सरकार ने आशा और हेल्थ वर्कर के माध्यम से लोगों को जागरुक करने का बीड़ा उठाया है. जिला में संक्रमित लोगों का कुल आंकड़ा 2145 हो गया है. जिसमें 380 एक्टिव केस हैं. 1735 लोगों ने कोरोना वायरस महामारी को मात दे दी है. वहीं, 30 लोगों की भी मौत इस महामारी से हो चुकी है.
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