मंडी: अगर हौंसलों में उड़ान हो और आपमें लगन और मेहनत का जज्बा हो तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता है. ऐसी कोई मंजिल नहीं होती जिसे आप अपनी मेहनत के दम पर पा न सकें. सब्र और मेहनत ऐसे दो पहलू हैं जिनके दम पर हर सपने को सच किया जा सकता है. ऐसा ही कुछ कर दिखाया है जिला मंडी के सचिन ठाकुर ने. सचिन की कई वर्षों की कड़ी मेहनत और उनकी लगन रंग लाई है. 31 वर्षीय सचिन ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करते हुए प्रदेश भर में छत्ता रैंक हासिल किया है.
लडभड़ोल के सचिन ठाकुर बने जिला पंचायत अधिकारी: बता दें की सचिन ठाकुर जिला मंडी के उपमंडल जोगिंदर नगर के तहत पड़ने वाले लड़भड़ोल क्षेत्र के गांव घटोड के निवासी हैं. हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करने के बाद अब सचिन जिला पंचायत अधिकारी के रुप में अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे. अपनी इस कामयाबी से सचिन ठाकुर ने पूरे जोगिंदर नगर क्षेत्र का नाम रोशन किया है. उनकी इस उपलब्धि से समूचे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है.
प्रदेशभर में छठे रैंक के साथ पास की HAS परीक्षा: सचिन ठाकुर ने बताया कि वह पिछले कई सालों से हिमाचल लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. इस बार उन्होंने तीसरी बार हिमाचल लोक सेवा आयोग की परीक्षा दी और इसमें सफलता थी प्राप्त की. साथ ही प्रदेश में छठा रैंक भी हासिल किया. सचिन ठाकुर ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई अलग-अलग स्कूलों से की है. सचिन ठाकुर ने दसवीं तक की पढ़ाई माउंट कार्मेल स्कूल बैजनाथ से की है, जबकि 12वीं की पढ़ाई गंगा इंटरनेशनल स्कूल दिल्ली और कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में बीटेक की पढाई पंजाब के फगवाड़ा से की है. वहीं इसके उपरांत सचिन ठाकुर ने दिल्ली से इंफॉर्मेशन सिस्टम में मास्टर की डिग्री भी हासिल की है.
'कई सालों की मेहनत रंग लाई, तीसरे प्रयास में मिली सफलता': सचिन ठाकुर ने बताया कि अपनी पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने हिमाचल लोक सेवा आयोग परिक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी थी. तीसरे प्रयास में सचिन ठाकुर ने हिमाचल लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास करते हुए ना केवल माता-पिता का नाम रोशन किया, बल्कि अपने क्षेत्र का नाम भी चमकाया है. सचिन ठाकुर ने अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता वह अपने अध्यापकों को दिया है. बता दें कि सचिन ठाकुर के पिता विक्रम ठाकुर भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं. इस समय वह बतोर जेबीटी शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि माता सुनीता ठाकुर ग्रहणी है. सचिन ठाकुर के माता पिता ने भी बेटे की इस कामयाबी पर खुशी जाहिर की है.
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