मंडी: छोटी काशी मंडी के ऐतिहासिक गुरुद्वारा में गुरु नानक देव का 551वां प्रकाश उत्सव कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए बड़ी धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य ग्रंथि सुखदेव सिंह ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरु नानक देव का प्रकाश उत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने कोविड-19 को लेकर जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है.
मुख्य ग्रंथि सुखदेव सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण इस वर्ष नगर कीर्तन का आयोजन नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव ने समाजिक बुराइयों को खत्म करने में अपना योगदान दिया था. उन्होंने सती प्रथा को खत्म करने के लिए अपना योगदान दिया था.
बता दें कि सिक्खों का सबसे बड़ा त्योहार गुरु पर्व यानी गुरु नानक जयंती ही माना जाता है. गुरु नानक जयंती कार्तिक माह के पूर्णिमा के दिन आती है. इसी वजह से इसे कार्तिक पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. वर्ष 1469 में पाकिस्तान के वर्तमान शेखपुरा जिले की तलवंडी में गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था.
गुरु नानक देव के प्रकाश उत्सव पर हर साल जिला मंडी में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी शहर में भव्य नगर कीर्तन का आयोजन कर झांकियां निकालती थी. इस साल कोरोना महामारी के कारण नगर कीर्तन का आयोजन नहीं किया जा रहा.