मंडी: पूर्व सांसद राजन सुशांत ने गुरुवार को मंडी में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया. राजन सुशांत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में प्रदेश की जनता को हवाई अड्डा बनाने का सपना दिखाया था. यही सपना दो साल पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश की जनता को दिखाया है, लेकिन प्रदेश सरकार के पास विस्थापितों को मुआवजा देने के लिए पैसे नहीं हैं.
वहीं, 50 साल पहले पौंग बांध का निर्माण किया गया था. अभी तक पौंग विस्थापितों को न्याय नहीं मिल सका है. साथ ही 60 साल भाखड़ा बांध को बने हुए हो गए हैं. यहां पर विस्थापित परिवार आज भी परेशानी झेल रहे हैं.
राजन सुशांत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में हवाई अड्डा बनाने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार के बीच 50-50 प्रतिशत का अनुपात निर्धारित किया गया है. प्रदेश सरकार के पास विस्थापितों को मुआवजा देने के लिए इतना पैसा नहीं है. वहीं, प्रदेश सरकार पहले ही कर्ज पर चल रही है.
वहीं, उन्होंने कहा कि पिछले दिनों वे लाहौल स्पीति गए हुए थे. वहां पर भारत-चीन सीमा पर छह गांव उजड़ने की स्थिति में हैं और सीमा पर भयंकर स्थिति बनी हुई है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्रालय से मांग की है कि लाहौल स्पीति में सामरिक दृष्टि से रक्षा विशेषज्ञ भेज कर आर्मी और एयरफोर्स का बेस कैंप बनाया जाए.
पूर्व सांसद राजन सुशांत ने कहा कि सामरिक सुरक्षा की दृष्टि से हवाई अड्डा लाहौल स्पीति में बनाया जाए और इस हवाई अड्डे का निर्माण रक्षा मंत्रालय की ओर से किया जाए. हवाई अड्डे का 90% उपयोग देश की सुरक्षा के लिए किया जाए और 10% प्रदेश सरकार के हाथों में दे दिया जाए ताकि प्रदेश में पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके. उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश के लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा.
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