मंडी: कारगिल विजय दिवस के अवसर पर प्रदेश सरकार ने मंडी जिला के सरकाघाट में प्रदेश की पहली सैन्य प्रशिक्षण अकादमी खोलने को हरी झंडी दे दी है. सैन्य प्रशिक्षण अकादमी का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा. अकादमी के बनने से प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं को सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा.
सैनिक कल्याण और जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के वीर सैनिकों ने हर युद्ध के दौरान देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकाघाट के बरच्छवाड़ में प्रदेश के युवाओं को सेना में भर्ती के लिए राज्य स्तरीय कोचिंग अकादमी की स्थापना की जा रही है. महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि अकादमी के लिए कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है.
वहीं, अकादमी के निर्माण पर खर्च होने वाली राशि की स्वीकृति भी कैबिनेट ने दे दी है. उन्होंने कहा कि अकादमी में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे गरीब परिवारों के बच्चे भी सेना में अधिकारी बन सकें और अपने माता-पिता का नाम रोशन कर सकें.
उन्होंने कहा कि लड़कों के साथ लड़कियों को भी अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे लड़कियां भी सेना में जाने का अपना सपना पूर्ण कर सकेंगी. इस मौके पर सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश वीर भूमि है. प्रदेश के सैनिकों ने हर युद्ध के दौरान राज्य का नाम रोशन किया है. प्रदेश में सैनिकों व पूर्व सैनिकों के परिवारों को कोई समस्या न हो, इसके लिए दृढ़ प्रयास किए जा रहे हैं.
सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि सैन्य प्रशिक्षण अकादमी खुलने से प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं को सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा. हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक निगम के अध्यक्ष बिग्रेडियर खुशहाल ठाकुर ने मंडी में शहीद स्मारक स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के वीर सैनिकों के शौर्य और पराक्रम की गाथाएं सभी के लिए प्रेरणादायक हैं.
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