मंडीः राज देवता माधो राय की शाही जलेब से इस वर्ष आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय बने शिवरात्रि महोत्सव का आगाज मंगलवार को देव मानस के मिलन के साथ हुआ. सीएम जयराम ठाकुर ने राज देवता माधो राय की पूजा अर्चना करने के बाद जलेब में हाजिरी भर कर महोत्सव का आगाज किया.
इस बार जलेब में कई बड़े बदलाव देखने को मिले. जहां एक तरफ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देता हुआ एक रथ भी जलेब में शामिल हुआ वहीं पूर्व सैनिकों की एक टुकड़ी ने भी पहली दफा शिरकत की.
जलेब में 28 देवी देवताओं ने शिरकत की. हजारों लोग इस आस्था के जन सैलाब का गवाह बने.16वीं सदी से राजा सूरज सेन के जमाने से चली आ रही इस जलेब परंपरा का आज भी निर्वहन किया जा रहा है. भीमा सुनार की बनाई चांदी की प्रतिमा को पालकी में सजाकर जलेब में पड्डल मैदान तक ले जाया गया. इसी के साथ शिवरात्रि महोत्सव का आगाज हो गया है.
शिवरात्रि में पहुंचे 200 देवी देवता
राजदेवता माधो राय की पहली शाही जलेब में कुल 28 देवी देवता शामिल हुए. इस पर जलेब में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश देने के लिए एक रथ शामिल किया गया था. वहीं पूर्व सैनिकों की एक टुकड़ी भी जलेब में शामिल हुए थी. अभी तक शिवरात्रि महोत्सव में जिला भर से करीब 200 देवी देवता मंडी जनपद पहुंच चुके हैं. इसके साथ ही जिला के कई नाटियों सराज, चौहार, तुंगल नाटी से जलेब की शोभा बढ़ाई गई. 11 मार्च को शिवरात्रि महोत्सव का समापन होगा. समापन में राज्यपाल आचार्य देवव्रत शिरकत करेंगे.