मंडी: जिला मंडी के किसानों ने सुकेती खड्ड में खनन की अनुमति को रद्द करने मांग उठाई है. किसानों ने मामले की अनदेखी करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
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किसानों ने मांग उठाई है कि सुकेती खड्ड में दी गई खनन की अनुमति को रद्द किया जाए. छात्र पंचायत के उपप्रधान रुपलाल ने कहा कि खड्ड में खनन की अनुमति को रद्द किया जाए ताकि उसके चारों ओर बसे किसानों को किसी तरह का नुकसान न उठाना पड़े.
किसानों का कहना है कि सरकार से खनन की अनुमति मिलने के बाद ठेकेदार यहां मशीनों द्वारा अत्यधिक मात्रा में खनन करते हैं. जिस कारण पानी का स्तर नीचे चला जाएगा और किसानों की खेती योग्य भूमि बंजर हो जाएगी. खनन के कारण प्राकृतिक कुंए, बावड़ी और अन्य जल स्त्रोत सूख जाएंगे. जिसके चलते लोगों को पीने का पानी, सिंचाई के लिए पानी और पशुओं तक के लिए पानी नसीब नहीं हो पाएगा.
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किसानों ने प्रशासन और सरकार से आग्रह किया है कि खनन करने की अनुमति को जल्द से जल्द रद्द किया जाए नहीं तो सभी किसानों को मजबूर होकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करना पड़ेगा.
![farmers against excess mining in suketi khadd](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/3443566_mining-suketi.jpg)
बता दें कि सुकेती खड्ड के पास उपजाऊ भूमि में खेती कर अपनी आजीविका चला रहे किसान अत्याधिक खनन को लेकर चिंतित हैं. किसानों का कहना है कि खनन के कारण जलस्तर गिरने पर सिंचाई की दिक्कत शुरू होगी और किसान बंजर भूमि में कुछ नहीं उगा पाएंगे.