मंडी: कोरोना संकट के बीच जिला मंडी में अब बाहरी राज्यों से आए लोगों के साथ-साथ उनके घर में रह रहे सभी सदस्यों को भी 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहना होगा. जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के खतरे से लोगों की सुरक्षा के लिए इस संदर्भ में आदेश जारी किए हैं. इससे बड़े पैमाने पर समुदाय का संक्रमण से बचाव होगा.
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि बाहरी राज्यों से आए व्यक्तिों के घर में प्रवेश करने के साथ ही उनके घर में रह रहे सदस्य भी 14 दिन के होम क्वारंटाइन में रहेंगे. उनके घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंधित रहेगा. इस दौरान संबंधित पंचायतें व प्रशासन उनकी जरूरतों का ख्याल रखेंगे. उन्हें होम डिलीवरी सेवा के जरिए जरूरी सामान की आपूर्ति की जाएगी.
डीसी ने कहा कि यदि बाहरी राज्य से आया कोई व्यक्ति अपने पूरे परिवार को होम क्वारंटाइन नहीं रखना चाहता है, तो वह खुद संस्थागत क्वारंटाइन में रह सकता है. इस तरह वह परिवार से अलग रहकर अपनी और अपने परिवार व समाज की सुरक्षा में सहयोग दे सकता है. इसे लेकर प्रशासन ने जिलाभर में पंचायत स्तर पर क्लस्टर बनाकर 494 संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र चिन्हित किए हैं. इनमें 2200 से अधिक लोगों को रखने की सुविधा है, जिसे जरूरत अनुसार और बढ़ाया जा सकता है. जिन लोगों के घर पर होम क्वारंटाइन रह पाना संभव नहीं है, वे भी संस्थागत क्वारंटाइन में रह सकते हैं.
होम क्वारंटाइन के आदेशों की अवलेहना करने वालों पर डीसी ने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है. क्वारंटाइन के उल्लंघन पर पूरे परिवार को संस्थागत क्वारंटाइन में रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि जिला मंडी में हाल ही में करीब 5200 लोग बाहर के राज्यों से लौटे हैं. इन सभी को सख्ती से होम क्वारंटाइन की हिदायत दी गई है. इन लोगों को अपने घर पर ही अलग-थलग रहने और घर के सदस्यों से मेलजोल न करने को कहा गया था, लेकिन प्रशासन की हिदायतों का ठीक से पालन न करने के कई मामले सामने आए हैं.
डीसी ने कहा कि होम क्वारंटाइन में रखे लोग घर के अन्य सदस्यों से बेधड़क मिल रहे थे. इससे कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ रही है, जिसके लिए प्रशासन ने होम क्वारंटाइन में रखे गए व्यक्ति के साथ-साथ उसके घर में रह रहे सभी सदस्यों को होम क्वारंटाइन रहने की हिदायत दी है. ऋग्वेद ठाकुर ने पूरे समाज की भलाई के लिए सभी लोगों से प्रशासन का सहयोग करने का आग्रह किया.