मंडीः पूर्व मंत्री व सदर मंडी से भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी बेबाक राय रखी. चुनाव प्रचार से लेकर बेटे के चुनाव नतीजों को लेकर उन्होंने अपना मत ईटीवी भारत के माध्यम से जनता के समक्ष रखा है.
ETV BHARAT से खास बातचीत में पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक अनिल शर्मा ने एग्जिट पोल को शहरों तक सीमित बताया है. उन्होंने कहा कि अब एक दिन की बात रह गई और 23 मई को ही असली फैसला आएगा. हॉट सीट मंडी से लोकसभा चुनाव में उतरे बेटे आश्रय शर्मा की जीत को लेकर अनिल शर्मा ने कहा कि मंडी सीट चुनावी चुनौतियों से भरा था. सीएम मंडी के होने के कारण यहां से कोई भी चुनाव लड़ने को तैयार नहीं था. कम उम्र के अंदर आश्रय ने इस चुनौती को स्वीकार किया और चुनाव लड़ा. उन्होंने कहा कि लोगों की फीडबैक से पता चला है कि आश्रय ने इस चुनाव में एक अच्छा प्रभाव छोड़ा है. उन्होंने कहा कि चुनाव में जीत या हार होती है, लेकिन प्रयास हमेशा जीत के लिए ही होता है.
पढ़ेंः Exit polls Effect! क्या अनुराग की उम्मीदों को लगेंगे पंख...शाह निभाएंगे अपना वादा
अनिल शर्मा ने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर ने खुद भी पहला चुनाव हारा था, लेकिन आज सीएम हैं. राजनीति के अंदर पहल नहीं, शुरूआत होती है और शुरूआत अच्छी होनी चाहिए, तो राजनीति में मुकाम हासिल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मंडी से एक नेता पैदा हो चुका है. कांग्रेस प्रत्याशी की फेवर में काम करने के प्रश्न पर अनिल शर्मा ने साफ किया कि यदि वह फील्ड में उतरे होते तो चुनाव नतीजे और अच्छे होते, लेकिन पार्टी से बंधा था, इसलिए घर में ही रहा.
एक वाक्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वोट मांगने का हक तभी होता है, जब काम किया हो. भाजपा से निष्कासन को लेकर अनिल शर्मा ने कहा कि यदि उन्हें भाजपा से बाहर कर दिया जाता है तो वह निर्दलीय रहकर जनता की सेवा करेंगे. सीएम ने बहुत सी घोषणाएं की हैं वह घोषणाओं में कहां तक पहुंचते हैं, इसकी आवाज विधानसभा में उठाएंगें. केवल खोखली बातों से नहीं, धरातल स्तर पहुंचाने का काम करूंगा.
ये भी पढ़ेंः जयराम सरकार ने अनिल शर्मा से छीनी गाड़ी, सरकारी आवास खाली करने को नोटिस
मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद प्रदेश सरकार से वापस मांगी गई सुविधाओं को लेकर अनिल शर्मा ने कहा कि इस्तीफा के साथ ही गाड़ी वापस कर दी थी. उन्होंने कहा कि कोठी बची हुई है, इसे लेकर जीएडी से पता भी किया था कि नोटिस आया है नहीं. नोटिस मिलने के बाद कोठी खाली कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि विधायक को मिलने वाली सुविधाएं मिलने के बाद कोठी को तुरंत प्रभाव से कोठी खाली कर दी जाएगी.