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मंडी नगर निगम में 1 महीने से ज्यादा समय से मेयर की कुर्सी खाली, भाजपा पार्षद कर रहे चुनाव की मांग

Election in MC Mandi: नगर निगम मंडी में मेयर और डिप्टी मेयर के पद 1 महीने से ज्यादा समय से खाली हैं. भाजपा पार्षद ने मंडी में विकास कार्यों का हवाला देते हुए जल्द से जल्द नगर निगम मंडी के चुनाव करवाने की मांग की है. प्रदेश सरकार के फैसले के बाद ही नगर निगम मंडी में चुनाव हो पाएगा.

Municipal Corporation Mandi
नगर निगम मंडी
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Nov 14, 2023, 2:03 PM IST

Updated : Nov 14, 2023, 4:22 PM IST

मंडी नगर निगम में मेयर की कुर्सी खाली

मंडी: नगर निगम मंडी में बीते एक महीने से भी अधिक समय से मेयर और डिप्टी मेयर की कुर्सी खाली है. बीती 12 अक्तूबर को नगर निगम मंडी के पहले मेयर और डिप्टी मेयर का ढ़ाई वर्षों का कार्यकाल पूरा हो गया था. नियमों के तहत यहां फिर से नए मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना है. एक महीने से भी अधिक का समय बीत जाने के बाद भी यह चुनाव नहीं हो पाया है. अभी तक यह दोनों ही पद खाली चल रहे हैं और इनके बीना न तो कोई बैठक हो पा रही है और न ही विकास से संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय हो पा रहे हैं.

भाजपा पार्षद ने की चुनावों की मांग: भाजपा पार्षद वीरेंद्र भट्ट ने सरकार व प्रशासन से मेयर और डिप्टी मेयर के चुनावों को जल्द से जल्द करवाने की मांग उठाई है. इनका कहना है कि दो महत्वपूर्ण पदों के खाली रहने से विकास कार्यों पर विपरित प्रभावित पड़ रहा है. सितंबर महीने के बाद कोई भी बैठक नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि इस तरह से अगर मेयर और डिप्टी मेयर के पद लंबे समय के लिए खाली रहते हैं तो मंडी का विकास थम जाएगा. जिससे मंडी वासियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

Municipal Corporation Mandi
मंडी शहर

कांग्रेसी पार्षद का भाजपा को जवाब: वहीं, कांग्रेसी पार्षदों ने स्पष्ट कह दिया है कि चुनाव करवाना प्रदेश सरकार का विशेषाधिकार है. कांग्रेस पार्षद अल्कनंदा हांडा ने कहा कि सरकार जब चाहेगी चुनाव तभी होंगे. उन्होंने भाजपा पार्षद के बयान पर कहा कि मंडी में विकास कार्य प्रभावित नहीं हो रहे हैं, क्योंकि नगर निगम मंडी के पास आपदा के कारण अभी इतने फंड भी नहीं है कि कई विकासात्मक कार्य किया जा सके. नियमों के तहत ऐसी परिस्थिति में यदि कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना हो तो, सभी पार्षद बैठक बुला सकते हैं और सबसे वरिष्ठ पार्षद को मेयर का दायित्व देकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं.

सरकार की क्लेरिफिकेशन के बाद होगा चुनाव: जब इस बारे में नगर निगम मंडी के कमिश्नर एचएस राणा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डीसी मंडी ने चुनावों के संदर्भ में सरकार से कुछ विषयों पर क्लेरिफिकेशन मांगी है. जिनमें से कुछ पर जवाब आ गया है और कुछ पर आना अभी बाकी है. सारी स्थिति स्पष्ट होते ही नए मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव करवा दिया जाएगा. विकास कार्य किसी भी तरह से प्रभावित नहीं हो रहे हैं. सभी काम बिना किसी बाधा के किए जा रहे हैं.

Municipal Corporation Mandi
मंडी शहर में विकासात्मक कार्य

नगर निगम मंडी में भाजपा का बहुमत: गौरतलब है कि 2021 में मंडी नगर परिषद से नगर निगम बनी थी. मंडी नगर निगम के पहली बार हुए चुनावों में 15 में से 11 सीटों पर यहां भाजपा के पार्षद जीते हैं. कांग्रेस के पास सिर्फ 4 पार्षद हैं. यहां स्पष्ट बहुमत भाजपा के पास है, लेकिन अगला मेयर कब तक चुना जाएगा, इसका विशेषाधिकार सरकार के पास है. सरकार के फैसले के बाद ही नगर निगम मंडी के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होगा.

ये भी पढे़ं: मंडी वल्लभ कॉलेज के भवन का निर्माण कार्य पर लगा ग्रहण, छात्रों को करना पड़ रहा परेशानियों का सामना

मंडी नगर निगम में मेयर की कुर्सी खाली

मंडी: नगर निगम मंडी में बीते एक महीने से भी अधिक समय से मेयर और डिप्टी मेयर की कुर्सी खाली है. बीती 12 अक्तूबर को नगर निगम मंडी के पहले मेयर और डिप्टी मेयर का ढ़ाई वर्षों का कार्यकाल पूरा हो गया था. नियमों के तहत यहां फिर से नए मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना है. एक महीने से भी अधिक का समय बीत जाने के बाद भी यह चुनाव नहीं हो पाया है. अभी तक यह दोनों ही पद खाली चल रहे हैं और इनके बीना न तो कोई बैठक हो पा रही है और न ही विकास से संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय हो पा रहे हैं.

भाजपा पार्षद ने की चुनावों की मांग: भाजपा पार्षद वीरेंद्र भट्ट ने सरकार व प्रशासन से मेयर और डिप्टी मेयर के चुनावों को जल्द से जल्द करवाने की मांग उठाई है. इनका कहना है कि दो महत्वपूर्ण पदों के खाली रहने से विकास कार्यों पर विपरित प्रभावित पड़ रहा है. सितंबर महीने के बाद कोई भी बैठक नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा कि इस तरह से अगर मेयर और डिप्टी मेयर के पद लंबे समय के लिए खाली रहते हैं तो मंडी का विकास थम जाएगा. जिससे मंडी वासियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.

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मंडी शहर

कांग्रेसी पार्षद का भाजपा को जवाब: वहीं, कांग्रेसी पार्षदों ने स्पष्ट कह दिया है कि चुनाव करवाना प्रदेश सरकार का विशेषाधिकार है. कांग्रेस पार्षद अल्कनंदा हांडा ने कहा कि सरकार जब चाहेगी चुनाव तभी होंगे. उन्होंने भाजपा पार्षद के बयान पर कहा कि मंडी में विकास कार्य प्रभावित नहीं हो रहे हैं, क्योंकि नगर निगम मंडी के पास आपदा के कारण अभी इतने फंड भी नहीं है कि कई विकासात्मक कार्य किया जा सके. नियमों के तहत ऐसी परिस्थिति में यदि कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना हो तो, सभी पार्षद बैठक बुला सकते हैं और सबसे वरिष्ठ पार्षद को मेयर का दायित्व देकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं.

सरकार की क्लेरिफिकेशन के बाद होगा चुनाव: जब इस बारे में नगर निगम मंडी के कमिश्नर एचएस राणा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डीसी मंडी ने चुनावों के संदर्भ में सरकार से कुछ विषयों पर क्लेरिफिकेशन मांगी है. जिनमें से कुछ पर जवाब आ गया है और कुछ पर आना अभी बाकी है. सारी स्थिति स्पष्ट होते ही नए मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव करवा दिया जाएगा. विकास कार्य किसी भी तरह से प्रभावित नहीं हो रहे हैं. सभी काम बिना किसी बाधा के किए जा रहे हैं.

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मंडी शहर में विकासात्मक कार्य

नगर निगम मंडी में भाजपा का बहुमत: गौरतलब है कि 2021 में मंडी नगर परिषद से नगर निगम बनी थी. मंडी नगर निगम के पहली बार हुए चुनावों में 15 में से 11 सीटों पर यहां भाजपा के पार्षद जीते हैं. कांग्रेस के पास सिर्फ 4 पार्षद हैं. यहां स्पष्ट बहुमत भाजपा के पास है, लेकिन अगला मेयर कब तक चुना जाएगा, इसका विशेषाधिकार सरकार के पास है. सरकार के फैसले के बाद ही नगर निगम मंडी के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होगा.

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Last Updated : Nov 14, 2023, 4:22 PM IST
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