करसोगः जल शक्ति विभाग की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है. करसोग उपमंडल के चुराग सब डिवीजन में आईपीएच की शैदल घैणी पेयजल योजना के नाले में ग्रामीणों ने खेतों की सिंचाई के लिए प्लास्टिक पाइप की 10 से 11 लाइनें बिछा दी हैं, जिससे जल शक्ति विभाग का इनटेक सूख गया है. इस कारण सोर्स पर निर्भर कई गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है.
पानी की किल्लत से भड़की जनता शुक्रवार को स्थानीय उपप्रधान को साथ लेकर सोर्स पर पहुंची तो पाया कि नाले में सिचाई के लिए प्लास्टिक पाइप की कई लाइनें बिछाए जाने से इनटेक में पानी ही नहीं पहुंच रहा है, जिसकी सूचना उपप्रधान ने तुरंत प्रभाव से एसडीओ चुराग को दी. वहीं, लोगों का कहना है कि अब तक जल शक्ति विभाग ने शिकायत पर कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की है, जिससे ग्रामीणों में विभाग के प्रति भारी रोष है.
जल शक्ति विभाग की कार्यप्रणाली पर भी उठे सवाल
शेंदल घैणी पेयजल योजना से घैणी, सुनन्नू, झींझानाल, बाज, शेगली शाओ व नागा खेत आदि गांवों में सप्लाई दी जाती है. ऐसे में निजी तौर पर खेतों में सिंचाई के लिए प्लास्टिक की लाइनें बिछाने की वजह से जल शक्ति विभाग के इनटेक में पानी नहीं पहुंच रहा है. यही नहीं देखरेख न होने को वजह से यहां गंदगी फैली हुई थी. स्थानीय लोगों ने पेयजल सोर्स के आसपास साफ-सफाई भी की. इससे जल शक्ति विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं.
लोगों के साथ लोकल सोर्स का किया निरीक्षण
वहीं, शैदल घैणी के उपप्रधान खेम सिंह वर्मा ने बताया कि लोगों के साथ लोकल सोर्स का निरीक्षण किया. यहां जल शक्ति विभाग को पेयजल योजना के चैंबर में पानी कम है. सोर्स के आसपास से कुछ प्लास्टिक की पाइपें बिछाई गई हैं जिस कारण चैंबर में कम पानी आ रहा है. इसकी सूचना जल शक्ति विभाग को दे दी है. उन्होंने विभाग से सोर्स पर आकर निरीक्षण करने का आग्रह किया है.
जेई को मौके का निरिक्षण करने के जारी किए आदेश
वहीं, जल शक्ति विभाग के चुराग सब डिवीजन के एसडीओ केएल चौहान का कहना है कि शिकायत मिली है. इस बारे में जेई को तुरंत प्रभाव से मौके का निरिक्षण करने के आदेश जारी कर दिए हैं और रिपोर्ट मिलते ही आगामी कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें: हिमाचल में जेल कर्मियों की छुट्टियों पर रोक, कैदियों के पैरोल को भी बढ़ाया