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जातिगत आरक्षण को जल्द खत्म करने की मांग हुई तेज, एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

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Published : Jan 4, 2020, 7:15 PM IST

सामान्य वर्ग संयुक्त मंच ने जातिगत आरक्षण को 10 वर्ष और बढ़ाने के विरोध में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एसडीएम सुंदरनगर के माध्यम से एक संयुक्त ज्ञापन प्रेषित किया. मंच के संयोजक एस जंवाल ने आरक्षण समाप्त न करने पर सरकार को संघर्ष को तेज गति देने की चेतावनी दी है.

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जातिगत आरक्षण को जल्द खत्म करने की मांग हुई तेज.

मंडी: सामान्य वर्ग संयुक्त मंच ने शनिवार को केंद्र सरकार की तरफ से जातिगत आरक्षण को 10 वर्ष और बढ़ाने के विरोध में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एसडीएम सुंदरनगर के माध्यम से एक ज्ञापन भेजा है.

ज्ञापन में केंद्र व प्रदेश सरकार से जातिगत आरक्षण रूपी को तुरंत खत्म करने का आग्रह किया है. मंच के संयोजक के एस जम्वाल ने कहा कि यह आरक्षण संविधान में केवल 10 वर्षों के लिए लागू किया गया था, जिसे पूर्व सरकारों ने 10-10 साल करके 70 साल तक बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार आरक्षण को 10 साल आगे बढ़ाने के लिए उतावली हो गई है. इस जातिगत आरक्षण को समाप्त करके पूर्ण रूप से आर्थिक आधार पर करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि अगर आरक्षण को समाप्त नही किया गया तो संपूर्ण सामान्य वर्ग देश व प्रदेश में व्यापी संघर्ष को तेज गति देने के लिए मजबूर हो जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट.

उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग ने वर्तमान सरकार विशेषकर प्रधानमंत्री से विस्तृत विश्लेषण करके इसे तुरंत समाप्त करके केवल आर्थिक आधार पर रखने की उम्मीद की थी, लेकिन ऐसा लग रहा है कि सरकार पहले की सरकारों से भी अधिक घातक व अलोकतांत्रिक निर्णय लेने पर आमादा हो गई है.

उन्होंने कहा कि सरकारें जातिगत आरक्षण की आड़ में एससी व एसटी वर्ग के तुष्टीकरण के लिए हर प्रकार से सामान्य वर्ग के युवाओं, स्कूलों व महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों से फीस व स्कॉलरशिप लेकर उच्च शिक्षा के चयन प्रक्रिया तक असमानता का जहर घोलकर कर सामान्य वर्ग को प्रताड़ित करने में जुटी है.

मंडी: सामान्य वर्ग संयुक्त मंच ने शनिवार को केंद्र सरकार की तरफ से जातिगत आरक्षण को 10 वर्ष और बढ़ाने के विरोध में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एसडीएम सुंदरनगर के माध्यम से एक ज्ञापन भेजा है.

ज्ञापन में केंद्र व प्रदेश सरकार से जातिगत आरक्षण रूपी को तुरंत खत्म करने का आग्रह किया है. मंच के संयोजक के एस जम्वाल ने कहा कि यह आरक्षण संविधान में केवल 10 वर्षों के लिए लागू किया गया था, जिसे पूर्व सरकारों ने 10-10 साल करके 70 साल तक बढ़ा दिया है. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार आरक्षण को 10 साल आगे बढ़ाने के लिए उतावली हो गई है. इस जातिगत आरक्षण को समाप्त करके पूर्ण रूप से आर्थिक आधार पर करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि अगर आरक्षण को समाप्त नही किया गया तो संपूर्ण सामान्य वर्ग देश व प्रदेश में व्यापी संघर्ष को तेज गति देने के लिए मजबूर हो जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट.

उन्होंने कहा कि सामान्य वर्ग ने वर्तमान सरकार विशेषकर प्रधानमंत्री से विस्तृत विश्लेषण करके इसे तुरंत समाप्त करके केवल आर्थिक आधार पर रखने की उम्मीद की थी, लेकिन ऐसा लग रहा है कि सरकार पहले की सरकारों से भी अधिक घातक व अलोकतांत्रिक निर्णय लेने पर आमादा हो गई है.

उन्होंने कहा कि सरकारें जातिगत आरक्षण की आड़ में एससी व एसटी वर्ग के तुष्टीकरण के लिए हर प्रकार से सामान्य वर्ग के युवाओं, स्कूलों व महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों से फीस व स्कॉलरशिप लेकर उच्च शिक्षा के चयन प्रक्रिया तक असमानता का जहर घोलकर कर सामान्य वर्ग को प्रताड़ित करने में जुटी है.

Intro:जातिगत आरक्षण को जल्द खत्म करने की मांग हुई तेज, एसडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापनBody:एंकर : सामान्य वर्ग संयुक्त मंच द्वारा शनिवार को केंद्र सरकार द्वारा जातिगत आरक्षण को 10 वर्ष और आगे बढ़ाने के विरोध में राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक संयुक्त ज्ञापन एसडीएम सुंदरनगर के माध्यम से प्रेषित किया। ज्ञापन में केंद्र सरकार तथा प्रदेश सरकार को इस जातिगत आरक्षण रूपी नासूर को तुरंत बंद करने का आग्रह किया गया है। इस अवसर पर मंच के संयोजक के एस जम्वाल ने कहा कि यह आरक्षण संविधान में केवल 10 वर्ष के लिए लागू किया गया था, जिसे सभी पूर्व सरकारों ने 10-10 साल करके इसे 70 साल तक पहले ही बढ़ा दिया दिया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार इसे और 10 साल आगे बढ़ाने के लिए उतावली हो गई है। उन्होंने इस जातिगत आरक्षण को तुरंत समाप्त करके इसे पूर्ण रूप से आर्थिक आधार पर करने का आग्रह किया अन्यथा संपूर्ण सामान्य वर्ग प्रदेश व देश व्यापी संघर्ष को और तेज गति देने के लिए मजबूर हो जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि सामान्य वर्ग ने वर्तमान सरकार विशेषकर प्रधानमंत्री से इसके बारे में विस्तृत विश्लेषण करके इसे तुरंत समाप्त करके केवल आर्थिक आधार पर रखने की उम्मीद की थी। मगर ऐसा लग रहा है कि यह सरकार तो पहले की सरकारों से भी अधिक नित नए घातक व अलोकतांत्रिक निर्णय लेने पर आमादा हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकारें जातिगत आरक्षण की आड़ व एससी व एसटी वर्ग के तुष्टीकरण के लिए हर प्रकार से सामान्य वर्ग के युवाओं तथा स्कूलों व महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों में फीस व स्कॉलरशिपस आदि से लेकर उच्च शिक्षा के चयन प्रक्रिया तक असमानता का जहर घोलकर कर सामान्य वर्ग को प्रताड़ित करने में जुटी है। इस अवसर पर ब्राह्मण सभा से प्रधान जितेंद्र विशिष्ट, राजपूत सभा सुंदरनगर से राजेंद्र भंडारी, महाजन सभा से प्रधान,श्याम लाल गुप्ता, नामधारी संगत के प्रमुख हरमीक सिंह ,वालिया सभा सभा सुंदरनगर से नीरज वालिया तथा खत्री सभा के प्रधान सहित अन्य मौजूद रहे।Conclusion:बाइट : संयोजक के एस जम्वाल
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