सरकाघाटः नबाही, बरछवाड़, बकारटा, दारपा व खलारडू पंचायतों के नवनिर्वाचित प्रधान, उप प्रधान ,वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य व नबाही जिला परिषद वार्ड सदस्य की अध्यक्षता में एक सामूहिक प्रतिनिधि मंडल ने गेहूं की फसल को बचाने के लिए आवारा पशुओं को अप्रैल महीने तक फौरी तौर पर उपयुक्त जगह पर बांधने के लिए सरकाघाट तहसीलदार को अपना मांग पत्र सौंपा.
सरकाघाट प्रशासन ने समस्या हल करने का दिया आश्वासन
नबाही वार्ड से जिला परिषद सदस्य मुनीष शर्मा ने कहा की किसानों को न केवल गेहूं की फसल का नुकसान हो रहा है. बल्कि इन पंचायतों के लोग अपने पशुओं के लिए पंजाब से आने वाले महंगे भूसे को खरीदने के लिए मजबूर होंगे. इन पशुओं को अप्रैल महीने तक अस्थाई तौर पर उपयुक्त जगह पर बांधा जा सकता है जिसमें लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग, बिजली विभाग, नगर पंचायत सरकाघाट, पशु चिकित्सा विभाग, पुलिस प्रशासन व पंचायतें सामूहिक तौर पर भूमिका निभा सकते हैं.
प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन को आश्वस्त किया है कि यदि प्रशासन गाड़ी का प्रबंध करता है तो पंचायत के वार्ड सदस्य चारा इकट्ठा करने का कार्य कर सकते हैं. सरकाघाट प्रशासन ने शीघ्र ही संबंधित विभागों की बैठक करने व समस्या हल करने का आश्वासन दिया है.
प्रतिनिधिमंडल में ये रहे मौजूद
प्रतिनिधिमंडल में नबाही की प्रधान सुनीता, बकारटा की प्रधान सुमन, बरछवाड की प्रधान निशा, उप प्रधान जितेंद्र, खलारडू के उप-प्रधान रणवीर गुलेरिया, दारपा के उप प्रधान राजीव व इन पंचायतों के वार्ड सदस्य मौजूद रहे.
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