मंडी: हिमाचल प्रदेश दलित शोषण मुक्ति मंच जिला इकाई मंडी दलित शोषण मुक्ति मंच के राष्ट्रीय आवाहन पर मंडी में हाथरस केस को लेकर प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन में दलित शोषण मुक्ति मंच के अलावा जनवादी महिला समिति, डीवाईएफआई ने भी भाग लिया.
दलित शोषण मुक्ति मंच का कहना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में दलितों पर शोषण और अत्याचार बढ़े हैं. साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार आरोपियों को सजा देने की बजाय बचाने का काम कर रही है.
इस मौके पर दलित शोषण मुक्ति मंच के जिला उपाध्यक्ष रविकांत ने कहा कि 14 सितंबर 2020 को हाथरस में एक दलित लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार हुआ. उसके बाद उसकी रीढ़ की हड्डी और गर्दन तोड़ दी गई. बलात्कारियों ने उसकी जीभ काट दी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बीजेपी सरकार के नेतृत्व में दलित महिलाओं और बेटियों के साथ बलात्कार व उनकी हत्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. उत्तर प्रदेश सरकार दलित महिलाओं को सुरक्षा देने की बजाय आरोपियों को बचाने का काम कर रही है, जो कि संविधान विरोधी है.
दलित शोषण मुक्ति मंच का कहना है कि उत्तर प्रदेश में योगी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार लोगों को सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल रही है. इसलिए सरकार को तुरंत बर्खास्त किया जाए और झूठी बयानबाजी करने व आरोपियों को बचाने के प्रयास करने के लिए हाथरस के डीएम, एसपी व डीजीपी को बर्खास्त किया जाए. दलित शोषण मुक्ति मंच ने कहा कि दोषियों को सजा दिलाई जाए और संविधान की रक्षा के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण कानून को सख्ती से लागू किया जाए.