सुंदरनगर: मंडी जिला के सुंदरनगर प्रशासन द्वारा नगर परिषद के वार्ड नंबर-7 और 8 के कुछ क्षेत्रों में 22 कोरोना संक्रमित सामने आने पर बनाए गए कंटेनमेंट जोन की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इससे प्रशासन द्वारा क्षेत्र में कोरोना चेन तोड़ने के अभियान को गहरा आघात पहुंच रहा है. मामले में कंटेनमेंट क्षेत्र में रहने वाले जीओ कंपनी, डायालिसिस सेंटर, एचआरटीसी कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन कंटेनमेंट जोन के नियमों की अवेहलना कर प्रतिबंधित क्षेत्रों से बाहर निकल कर शहर वासियों की जान जोखिम में डाली जा रही है.
कंटेनमेंट जोन में बड़ी लापरवाही
वहीं कंटेनमेंट क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात पुलिस और होमगार्ड के जवान भी इनके आगे बेबस नजर आ रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि उक्त कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन कंटेनमेंट जोन के नियमों को तोड़ते हुए प्रतिबंधित क्षेत्र से बाहर जाकर कभी भी संक्रमित होकर दोबारा कंटेनमेंट जोन में आने और कंटेनमेंट जोन से संक्रमित होकर बाहर जाने से कोरोना संक्रमण के फैलाव को लेकर एक बड़ी लापरवाही बरती जा रही है. इसको लेकर ऐसा ही प्रतीत होता है कि सुंदरनगर प्रशासन के द्वारा कोरोना संक्रमण के बढ़े रहे दायरे को समाप्त करने की मुहिम पर कहीं न कहीं सिरे नहीं चढ़ते हुए प्रतीत हो रही है.
शहरी क्षेत्र के वार्ड नंबर-7 और 8 को बनाया कंटेनमेंट जोन
बता दें कि पिछले 4 दिनों के भीतर सुंदरनगर के शहरी क्षेत्र के वार्ड नंबर-7 और 8 में लगातार 22 मामले कोरोना पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन द्वारा इन क्षेत्रों के कुछ इलाकों को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है.
कंटेनमेंट जोन बनाने के बाद क्षेत्र में पुलिस का पहरा लगा हुआ है और किसी भी आने जाने वाले को यहां से गुजरने की अनुमति नहीं दी गई है. प्रशासन के द्वारा जारी अधिसूचना के आधार पर क्षेत्र में जितनी भी दुकानें हैं उन्हें भी बंद करवा दिया गया है.
कंटेनमेंट जोन की अवेहलना करने वालों के खिलाफ होगा मामला दर्ज
डीएसपी सुंदरनगर गुरबचन सिंह ने कहा कि मामले में लापरवाही सहन नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि मामले में कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और कंटेनमेंट जोन की अवेहलना करने वालों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे.
ये भी पढ़े: मोटापे के साथ हाई ब्लड प्रेशर व ब्लड शुगर का शिकार हो रहे हिमाचली, देखिये हिमाचल का हेल्थ रिपोर्ट कार्ड