मंडी: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा भजी गई उच्च स्तरीय टीम ने गुरुवार को मंडी में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की.
इस टीम में नोडल अधिकारी के रूप में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय से डॉ. राजीव गर्ग के अलावा दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डॉ. नीरज कुमार गुप्ता और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के निदेशक प्रो. बी. धीमान शामिल हैं.
केंद्रीय टीम ने जिला में कोरोना की स्थिति एवं रोकथाम के उपायों से जुड़े सभी पहलुओं पर विचार विमर्श किया और इससे जुड़ी चुनौतियों का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने को लेकर जिला प्रशासन को जरूरी सुझाव दिए.
होम आइसोलेशन पर रखें पैनी नजर
सुनिश्चित करें कोविड प्रोटोकॉल का पालनटीम के नोडल अधिकारी डॉ. राजीव गर्ग ने जिला प्रशासन से होम आइसोलेशन में लापरवाही बरतने वाले संक्रमितों पर पैनी नजर रखने को कहा.
उन्होंने कहा कि यह पाया गया है कि होम आइसोलेशन में रहने वाले संक्रमितों द्वारा नियमों का पालन नहीं करने से संक्रमण को बढ़ावा मिल रहा है. इसलिए जिला प्रशासन स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करे कि होम आइसोलेशन में रखे मरीज एवं उनका परिवार कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन करें.
जल्द पता लगने से रोग का जल्द इलाज संभव
बैठक में केंद्रीय टीम के सदस्य डॉ. नीरज कुमार गुप्ता ने प्रशासन को लोगों को कोरोना जांच करवाने के लिए आगे आने को प्रेरित करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने को कहा. उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझाने की जरूरत है कि कोरोना जांच से रोग का जल्द पता लगने से समय रहते इलाज संभव है, जिससे बहुमूल्य जीवन बचाए जा सकते हैं.
वहीं, प्रो. बी. धीमान कोविड 19 से उत्पन्न हालात में लोगों को चिकित्सकीय परामर्श के लिए ई-संजीवनी पोर्टल के इस्मेताल के लिए प्रेरित करने को कहा. उन्होंने जिला में कोरोना को लेकर व्यापक जागरूकता पर जोर दिया.
सुनिश्चित की जा रही पल्स ऑक्सीमीटर की पर्याप्त उपलब्धता
उपायुक्त ने पीपीटी प्रेजेंटेशन के जरिए जिला में कोरोना की स्थिति एवं रोकथाम को लेकर उठाए कदमों का ब्यौरा दिया. उन्होंने केंद्रीय टीम को कोरोना के बढ़ते मामलों से निपटने को लेकर जिला प्रशासन की तैयारी और कार्ययोजना से अवगत करवाया. उन्होंने कहा कि जिला में संक्रमितों के ऑक्सीजन लेवल की नियमित जांच के लिए पल्स ऑक्सीमीटर की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है.