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मंडी में बच्चों को खिलाई जाएगी एल्बेंडाजोल, 2 से 10 नवंबर तक चलेगा अभियान

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Published : Oct 29, 2020, 7:57 PM IST

मंडी में जिला टास्क फोर्स की बैठक की आयोजित की गई. इस दौरान एडीसी ने बताया कि जिला में 19 साल की उम्र तक के 2 लाख 60 हजार बच्चों और किशोरों को पेट के कीड़े मारने की दवा की खुराक खिलाई जाएगी. आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को ये खुराक देंगी.

ADC बैठक
ADC बैठक

मंडी: जिला मंडी में 19 साल की उम्र तक के 2 लाख 60 हजार बच्चों और किशोरों को पेट के कीड़े मारने की दवा (एल्बेंडाजोल) की खुराक खिलाई जाएगी. इनमें 5 साल तक की उम्र के 60 हजार बच्चों को एल्बेंडाजोल के साथ विटामिन-ए की खुराक भी दी जाएगी. यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत आयोजित जिला टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.

अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि इसे लेकर 2 से 10 नवंबर तक अभियान चलाया जाएगा. आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को ये खुराक देंगी. जो बच्चे खांसी-जुकाम से पीड़ित हैं, उन्हें अभी ये खुराक नहीं दी जाएगी. इसके अलावा कंटेनमेंट जोन में भी अभी ये दवाई नहीं दी जाएगी. अभियान के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जाएगा. इस कार्य में शिक्षा विभाग का भी सहयोग लिया जाएगा. ऑनलाइन कक्षाओं में भी इस अभियान की जानकारी दी जाएगी.

वहीं, बैठक में सीएमओ डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि बच्चों और किशोरों में कृमि संक्रमण के कारण उनका शारीरिक और दिमागी विकास बाधित होता है, जिससे कुपोषण और खून की कमी हो जाती है. उन्होंने कहा कि पेट के कीड़े मारने की दवाई एल्बेंडाजोल की खुराक नियमित अंतराल पर लेने से शरीर में पोषण का स्तर बेहतर होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. इससे बच्चे की कार्यक्षमता में सुधार आता है.

ये भी पढ़ें- बाल मजदूरी, बाल विवाह व बाल भीख के मामलों में दोषियों के खिलाफ करें कड़ी कार्रवाई: ADC मंडी

मंडी: जिला मंडी में 19 साल की उम्र तक के 2 लाख 60 हजार बच्चों और किशोरों को पेट के कीड़े मारने की दवा (एल्बेंडाजोल) की खुराक खिलाई जाएगी. इनमें 5 साल तक की उम्र के 60 हजार बच्चों को एल्बेंडाजोल के साथ विटामिन-ए की खुराक भी दी जाएगी. यह जानकारी अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के तहत आयोजित जिला टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.

अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि इसे लेकर 2 से 10 नवंबर तक अभियान चलाया जाएगा. आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों को ये खुराक देंगी. जो बच्चे खांसी-जुकाम से पीड़ित हैं, उन्हें अभी ये खुराक नहीं दी जाएगी. इसके अलावा कंटेनमेंट जोन में भी अभी ये दवाई नहीं दी जाएगी. अभियान के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जाएगा. इस कार्य में शिक्षा विभाग का भी सहयोग लिया जाएगा. ऑनलाइन कक्षाओं में भी इस अभियान की जानकारी दी जाएगी.

वहीं, बैठक में सीएमओ डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि बच्चों और किशोरों में कृमि संक्रमण के कारण उनका शारीरिक और दिमागी विकास बाधित होता है, जिससे कुपोषण और खून की कमी हो जाती है. उन्होंने कहा कि पेट के कीड़े मारने की दवाई एल्बेंडाजोल की खुराक नियमित अंतराल पर लेने से शरीर में पोषण का स्तर बेहतर होता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. इससे बच्चे की कार्यक्षमता में सुधार आता है.

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