मंडी: कोरोना वायरस के खिलाफ फ्रंट लाइन पर लड़ाई लड़ने वालों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने ऊना, बद्दी, चंडीगढ़ और मंडी से अलग-अलग सामान जुटाकर एक हजार पीपीई किट्स बना डाली. जिला प्रशासन ने इस कार्य का जिम्मा मंडी जिला रैड क्रॉस सोसायटी को सौंपा हैं.
रेड क्रॉस के जिला सचिव ओपी भाटिया ने अपनी टीम और सर्व वॉलंटियर्स के साथ मिलकर दिन रात मेहनत की और एक हजार पीपीई किट्स का भंडारण कर दिया. एडीसी मंडी आशुतोष गर्ग ने बताया कि लॉकडाउन की स्थिति में इस प्रकार के उपकरणों की काफी कमी देखने को मिल रही है, लेकिन जिला प्रशासन ने पूरी किट बनाने के लिए जगह-जगह से मटेरियल को इकट्ठा किया और खुद इसका निर्माण करवाया.
पीपीई किट के सूट का कपड़ा ऊना से लाया गया जबकि गॉगल्स बद्दी और चंडीगढ़ से मंगवाए गए. वहीं, शू-कवर और फेस कवर का प्रबंध मंडी में ही किया गया. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से भी पीपीई किट्स मुहैया करवाई जा रही हैं, लेकिन जिला में इसकी कोई कमी न हो इसके लिए प्रशासन ने अपने स्तर पर इसका निर्माण करवाया है.
मंडी जिला प्रशासन ने रैडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से अब तक एक हजार से अधिक पीपीई किट्स यानी पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूप्मेंट्स बना लिए हैं. इसमें से प्रशासन 500 पीपीई किट्स स्वास्थ्य विभाग और पुलिस सहित अन्य कर्मियों को मुहैया करवा चुका है.
इसमें से अधिकतर पीपीई किट्स मेडिकल कॉलेज नेरचौक को दी गई हैं. क्योंकि इसे कोविड 19 अस्पताल के रूप में तबदील कर दिया गया है. एडीसी मंडी आशुतोष गर्ग ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए फ्रंट लाइन कर्मियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.