मंडी: मंडी जिला में संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों में सुरक्षा को लेकर मानक संचालन प्रक्रिया का पूरा पालन किया जा रहा है. प्रशासन सभी सावधानियां बरत रहा है और इसे लेकर किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है. अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी श्रवण मांटा ने स्पष्ट किया कि संस्थागत क्वारंटाइन केंद्र में रखे किसी व्यक्ति के पॉजिटिव पाए जाने पर केवल संक्रमित व्यक्ति को कोविड केयर सेंटर शिफ्ट किया जाता है. उस पूरे क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन नहीं बनाया जाता है. इस कारण लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है.
अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी मंडी ने कहा कि बुधवार को दिल्ली से ऊना आ रही ट्रेन में मंडी जिला के करीब 138 लोग हैं. उन सभी को संस्थागत क्वारंटाइन केंद्रों में रखा जाएगा. जिला में अब शिक्षण संस्थानों को क्वारंटाइन केंद्र नहीं बनाया जा रहा है, बल्कि अब सरकार के बड़े-बड़े रेजिडेंशियल क्षेत्र, होस्टल इत्यादि के अलावा होटलों में क्वारंटाइन सुविधा तैयार की गई है. श्रवण मांटा ने कहा कि मंडी जिला के बहुत से लोग कोरोना के कारण दूसरे राज्यों में फंसे हुए थे, वे पिछले दिनों में विभिन्न माध्यमों से मंडी लौटे हैं.
प्रदेश सरकार के प्रयासों से कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात से अनेक लोग ट्रेनों के जरिए वापस लाए गए हैं. दिल्ली से भी ट्रेन में लोग वापस आ रहे हैं. उन सभी को संस्थागत क्वारंटानन में रखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि अब तक जिला में करीब 1240 लोग संस्थागत क्वारंटाइन में थे, जिनमें से 335 ने अपना क्वारंटाइन पीरियड पूरा लिया है और वे अब अपने घर चुके हैं. वहीं, 935 लोग अभी भी संस्थागत क्वारंटाइन में हैं.
ये भी पढ़ें: मानसून के लिए MC शिमला ने कसी कमर, पूरे शहर में सफाई कर्मियों ने संभाला मोर्चा