मंडी: अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने जिला में बाल मजदूरी, बाल विवाह और बाल भीख के मामलों की रोकथाम के लिए ऐसे मामलों में दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने को कहा है. उन्होंने बाल संरक्षण अधिकारी को दोषियों के खिलाफ पुलिस की बाल संरक्षण यूनिट, जिला बाल कल्याण समिति और चाइल्ड लाइन में मामले दर्ज करवाने के निर्देश दिए. साथ ही अगली बैठक में समिति के सामने रिपोर्ट प्रस्तुत करने की बात कही.
अतिरिक्त उपायुक्त ने जिला बाल संरक्षण समिति की त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित अधिकारियों को बाल संरक्षण से जुड़ी योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने को कहा. उन्होंने कहा कि नगर परिषद मुख्यालयों एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर डिसप्ले स्क्रीन के माध्यम से योजनाओं का प्रसार करें.
बाल-बालिका सुरक्षा योजना में 163 बच्चों की मदद
अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि बाल बालिका सुरक्षा योजना के अंतर्गत अनाथ असहाय बाल-बालिकाओं को पारिवारिक वातावरण में पालने के लिए रखा जाता है, ताकि उन्हें बाल-बालिका आश्रमों में प्रवेश के लिए बाध्य न होना पड़े. इस योजना के अंतर्गत मंडी जिला में 163 बच्चों में सभी को 2500 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जा रहे हैं. इस योजना के अंतर्गत छः महीने में 26 लाख 13 हजार 199 रूपये खर्च किए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें: हिमाचल के जंगलों में फिर दिखाई देगा राज्य पक्षी, सराहन प्रजनन केंद्र से 6 जाजुराणा छोड़े गए