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BJP कर रही सदर कुनबे को तोड़ने का प्रयास, मेरे साथ पिता का आशीर्वाद- आश्रय - BJP

आश्रय शर्मा ने कहा कि सांसद रामस्वरूप शर्मा जीतने के बाद 5 साल जनता को दिखाई नहीं दिए. उन्होंने कहा कि जोगिंद्रनगर की जनता भी भूल चुकी है कि रामस्वरूप शर्मा सांसद भी है. क्योंकि वह सांसद बनने के बाद एक बार भी मंडी लोकसभा क्षेत्र नहीं पहुंचे और न ही एक रुपये का विकास मंडी लोकसभा क्षेत्र की जनता के लिए किया है.

आश्रय शर्मा कांग्रेस प्रत्याशी
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Published : May 15, 2019, 10:31 PM IST

मंडीः मंडी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा ने बुधवार को करसोग विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर चुनाव प्रचार किया. इस मौके पर आश्रय शर्मा ने कहा कि आज भाजपा के लोग हमारे सदर कुनबे को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन मैं मरते दम तक अपने सदर के कुनबे को तोड़ने नहीं दूंगा.

aashray sharma
आश्रय शर्मा कांग्रेस प्रत्याशी

आश्रय शर्मा ने कहा कि मंडी सदर के लिए उनके पिता ने विकास की गंगा बहाई है और हर सुविधा आज सदर के लोगों के पास है. उन्होंने कहा कि आज जनता में भ्रामक प्रचार किया जा रहा है कि मेरे पिता मेरे साथ नहीं है, लेकिन दुनिया में ऐसा कौन सा पिता है, जो अपने बेटे को आशीर्वाद नहीं देगा. उन्होंने कहा उनके पिता ने उन्हें आशीर्वाद दिया है और उनका आशीर्वाद मेरे साथ है. वे भाजपा के विधायक होने के नाते मेरे लिए प्रचार नहीं कर रहे, लेकिन उनका आशीर्वाद मेरे साथ है.

पढ़ेंः मनकोटिया का वीरभद्र पर फिर हमला, स्टार कंपेनर की जगह बन गए हैं एंटरटेनर

आश्रय शर्मा ने कहा कि वह सरेआम सीएम से सवाल पूछ रहे हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि वे किसके साथ हैं. आश्रय शर्मा ने कहा कि सांसद रामस्वरूप शर्मा जीतने के बाद 5 साल जनता को दिखाई नहीं दिए. उन्होंने कहा कि जोगिंद्रनगर की जनता भी भूल चुकी है कि रामस्वरूप शर्मा सांसद भी हैं. क्योंकि वह सांसद बनने के बाद एक बार भी मंडी लोकसभा क्षेत्र नहीं पहुंचे और न ही एक रुपये का विकास मंडी लोकसभा क्षेत्र की जनता के लिए किया है.

आश्रय शर्मा ने कहा कि 6 बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का राजनीतिक जीवन भी मंडी लोकसभा क्षेत्र से शुरू हुआ था. मंडी की जनता ने उन्हें सांसद बना कर दिल्ली भेजा और कई बार वे केंद्र में मंत्री भी रहें, जिसके बाद वीरभद्र सिंह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपना राजनीतिक जीवन हिमाचल की जनता के लिए समर्पित किया. उन्होंने कहा कि आज वीरभद्र सिंह को लोग विकास के मसीहा के रूप में जानते हैं और प्रदेश के हर गांव में उनके द्वारा किए गए विकास के चिन्ह मिलेंगे, लेकिन भाजपा सरकारों व सांसद रामस्वरुप शर्मा के विकास के चिन्ह कही भी नहीं मिलेंगे.

ये भी पढ़ेंः सिद्धू का PM मोदी को चैलेंज, आओ बहस करो, मैं हार गया तो छोड़ दूंगा राजनीति

आश्रय ने कहा कि अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए सांसद प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम पर वोट मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो कहती है वह करती है. आश्रय शर्मा ने कहा कि युवा होने के नाते युवाओं के लिए रोजगार संसदीय क्षेत्र में ही उपलब्ध करवाना व पुरानी पेंशन योजना की बहाली उनकी प्रथमिकता में है.

मंडीः मंडी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा ने बुधवार को करसोग विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर चुनाव प्रचार किया. इस मौके पर आश्रय शर्मा ने कहा कि आज भाजपा के लोग हमारे सदर कुनबे को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन मैं मरते दम तक अपने सदर के कुनबे को तोड़ने नहीं दूंगा.

aashray sharma
आश्रय शर्मा कांग्रेस प्रत्याशी

आश्रय शर्मा ने कहा कि मंडी सदर के लिए उनके पिता ने विकास की गंगा बहाई है और हर सुविधा आज सदर के लोगों के पास है. उन्होंने कहा कि आज जनता में भ्रामक प्रचार किया जा रहा है कि मेरे पिता मेरे साथ नहीं है, लेकिन दुनिया में ऐसा कौन सा पिता है, जो अपने बेटे को आशीर्वाद नहीं देगा. उन्होंने कहा उनके पिता ने उन्हें आशीर्वाद दिया है और उनका आशीर्वाद मेरे साथ है. वे भाजपा के विधायक होने के नाते मेरे लिए प्रचार नहीं कर रहे, लेकिन उनका आशीर्वाद मेरे साथ है.

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आश्रय शर्मा ने कहा कि वह सरेआम सीएम से सवाल पूछ रहे हैं, जिससे साफ जाहिर होता है कि वे किसके साथ हैं. आश्रय शर्मा ने कहा कि सांसद रामस्वरूप शर्मा जीतने के बाद 5 साल जनता को दिखाई नहीं दिए. उन्होंने कहा कि जोगिंद्रनगर की जनता भी भूल चुकी है कि रामस्वरूप शर्मा सांसद भी हैं. क्योंकि वह सांसद बनने के बाद एक बार भी मंडी लोकसभा क्षेत्र नहीं पहुंचे और न ही एक रुपये का विकास मंडी लोकसभा क्षेत्र की जनता के लिए किया है.

आश्रय शर्मा ने कहा कि 6 बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का राजनीतिक जीवन भी मंडी लोकसभा क्षेत्र से शुरू हुआ था. मंडी की जनता ने उन्हें सांसद बना कर दिल्ली भेजा और कई बार वे केंद्र में मंत्री भी रहें, जिसके बाद वीरभद्र सिंह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपना राजनीतिक जीवन हिमाचल की जनता के लिए समर्पित किया. उन्होंने कहा कि आज वीरभद्र सिंह को लोग विकास के मसीहा के रूप में जानते हैं और प्रदेश के हर गांव में उनके द्वारा किए गए विकास के चिन्ह मिलेंगे, लेकिन भाजपा सरकारों व सांसद रामस्वरुप शर्मा के विकास के चिन्ह कही भी नहीं मिलेंगे.

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आश्रय ने कहा कि अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए सांसद प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम पर वोट मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो कहती है वह करती है. आश्रय शर्मा ने कहा कि युवा होने के नाते युवाओं के लिए रोजगार संसदीय क्षेत्र में ही उपलब्ध करवाना व पुरानी पेंशन योजना की बहाली उनकी प्रथमिकता में है.

Intro:मंडी। मंडी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा ने बुधवार को करसोग विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर चुनाव प्रचार किया। इस मौके पर आश्रय शर्मा ने कि आज भाजपा के लोग हमारे सदर कुनबे को तोडऩे का प्रयास कर रहे है, लेकिन मैं मरते दम तक अपने सदर के कुनबेे को तोडऩे नहीं दूंगा।
Body:आश्रय शर्मा ने कहा कि मंडी सदर के लिए उनके पिता ने विकास की गंगा बहाई है और हर सुविधा आज सदर के लोगों के पास है। कहा कि आज जनता में भ्रामक प्रचार किया जा रहा है कि मेरे पिता मेरे साथ नही है, लेकिन दुनिया मे ऐसा कौन सा पिता है जो अपने बेटे को आशीर्वाद नहीं देगा। मेरे पिता ने मुझे आशीर्वाद दिया है और उनका आशीर्वाद मेरे साथ है। वे भाजपा के विधायक होने के नाते मेरे लिए प्रचार नहीं कर रहे। लेकिन उनका आशीर्वाद मेरे साथ है। वह सरेआम सीएम से सवाल पूछ रहे हैं। जिससे साफ जाहिर होता है कि वे किसके साथ है। आश्रय शर्मा ने कहा कि सांसद रामस्वरूप शर्मा जीतने के बाद 5 साल जनता को दिखाई नहीं दिए। आज जोगिंद्रनगर की जनता भी भूल चुकी है कि रामस्वरुप शर्मा सांसद भी है। क्योंकि वह सांसद बनने के बाद एक बार भी मंडी लोकसभा क्षेत्र नहीं पहुंचे और ना ही एक रुपये का विकास मंडी लोकसभा क्षेत्र की जनता के लिए किया है। आश्रय शर्मा ने कहा कि छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह का राजनीतिक जीवन भी मंडी लोकसभा क्षेत्र से शुरू हुआ था। मंडी की जनता ने उन्हें सांसद बना कर दिल्ली भेजा और कई बार वे केंद्र में मंत्री भी रहें। जिसके बाद वीरभद्र सिंह ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपना राजनीतिक जीवन हिमाचल की जनता के लिए समर्पित किया। आज वीरभद्र सिंह को लोग विकास के मसीहा के रूप में जानते है और प्रदेश के हर गांव में उनके द्वारा किये गये विकास के चिन्ह मिलेंगे। लेकिन भाजपा सरकारों व सांसद रामस्वरुप शर्मा के विकास के चिन्ह कही भी नहीं मिलेंगे। अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए सांसद प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम पर वोट मांग रहें है। कांग्रेस जो कहती है वह करती है। Conclusion:आश्रय शर्मा ने कहा कि युवा होने के नाते युवाओं के लिए रोजगार संसदीय क्षेत्र में ही उपलब्ध करवाना व पुरानी पेंशन योजना की बहाली उनकी प्रथमिकता में है।

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