करसोग: उपमंडल करसोग की पोखी बीट के दरोल जंगल में पिछले दो दिनों से लगी भीषण आग की वजह से लाखों की वन संपदा सहित बागवानों के बगीचे भी राख हो गए हैं. यहां उठ रही लपटें इतनी भयंकर है कि अब तक 30 हेक्टेयर भूमि पर देवदार, बान, चीड़ सहित अन्य प्रजाति के पेड़ पौधे आगजनी की भेंट चढ़ गए हैं. यही नहीं जंगल में करीब 15 हेक्टेयर भूमि पर देवदार की नई प्लेटेशन भी जलकर राख हो गई है.
वन विभाग के मुताबिक आग लगने से देवदार के करीब 2200 पौधे जले हैं. इसमें कुछ प्लेटेशन दो साल पहले की गई थी. ऐसे में सरकार की ओर से प्लेटेशन पर खर्च किए गए लाखों रुपये भी बर्बाद हो गए. स्थानीय लोग दो दिनों से आग बुझाने का प्रयास कर रहे है, लेकिन अभी तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका है.
यही नहीं जंगल से फैली आग ने निजी भूमि को भी अपनी चपेट में ले लिया है. यहां बागवानों के सेब के बगीचे भी जलकर राख हो गए हैं. इन दिनों सेब में फ्लावरिंग हो रही है. इसको देखते बागवानों ने सेब को ओलों से बचाने के लिए हजारों रुपये खर्च कर हेलनेट लगाई है. जो आग लगने से स्वाह हो गई है.
गौशाला भी आग की तेज उठती लपटों की चपेट में आ गई है
गांव के लोगों के मुताबिक एक गौशाला भी आग की तेज उठती लपटों की चपेट में आ गई है. लोगों को अंदेशा है कि किसी ने जानबूझ कर जंगल में आग लगाई है. ऐसे में ग्रामीणों से सरकार से जांच की भी मांग की है. ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके.
टीम आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही है
पोखी बीट के बीओ घनश्याम शर्मा का कहना है कि वन विभाग की टीम आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही है. सूचना मिलते ही वन विभाग की घटना स्थल के लिए रवाना हो गई थी. उन्होंने कहा कि आग ने करीब 30 हेक्टेयर जंगल को अपनी चपेट में लिया है. इसमें 15 हेक्टेयर भूमि पर नई प्लेटेशन भी जल गई है. आग से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है.
शनिवार सुबह करीब 5 बजे से आग लगी है
समाजसेवी टीसी ठाकुर ने बताया कि पोखी बीट के तहत जंगल में शनिवार सुबह करीब 5 बजे से आग लगी है. इस बारे में तुरन्त प्रभाव से वन विभाग को भी सूचित किया गया था. उन्होंने कहा कि आग फैलकर दूसरी पंचायत में पहुंच गई है. स्थानीय लोग लगातार आग बुझाने का प्रयास कर रहे है, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका है. उन्होंने सरकार से जांच करवाए जाने की मांग की है.
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