मंडीः प्रदेश के कई अस्पतालों में डॉक्टरों की 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक तीसरे दिन भी जारी रही. ज्यादातर बड़े असपतालों में डॉक्टरों के केबिन खाली नजर आए. इसी कड़ी में मंडी के सरकारी अस्पतालों में महिला डॉक्टर से मारपीट मामले को लेकर डॉक्टरों की 2 घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक तीसरे दिन भी जारी रही.
मंडी जिला में भी डॉक्टरों की पेन डाउन स्ट्राइक का खासा असर देखा जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने एसोसिएशन के पदाधिकारियों को बैठक के लिए शिमला बुला लिया है. इस बैठक के बाद ही आगामी निर्णय लिया जाएगा.
पीएचसी थाची में महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ व मारपीट मामले में गिरफ्तारी न होने के विरोधस्वरूप डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है. हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के संयुक्त सचिव डॉक्टर दुष्यंत ठाकुर ने बताया कि रोजाना हड़ताल कर मरीजों को परेशान करना डॉक्टरों का मकसद नहीं है.
उन्होंने कहा कि पीड़िता को जल्द न्याय मिले, इसके लिए यह आंदोलन किया जा रहा है. उन्होंने पुलिस से जल्द आरोपी को पकड़ने की गुहार लगाई है. महिला डॉक्टर सोना का कहना है कि सरकार को अस्पतालों में खाली चल रहे पदों को भरने की दिशा में अधिक ध्यान देना चाहिए, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात डॉक्टरों को खुद ही सारे काम करने पड़ते हैं. उन्होंने सुरक्षा के भी पुख्ता बंदोबस्त करने की गुहार लगाई है ताकि डॉक्टर सुरक्षित माहौल में अपनी सेवाएं दे सकें.
बता दें कि सीएम जयराम ठाकुर के गृहक्षेत्र सराज के पीएचसी थाची में बीते शनिवार को महिला डॉक्टर के साथ एक शराबी युवक ने पहले छेड़छाड़ की और बाद में मारपीट भी की. महिला डॉक्टर ने पुलिस को दी जानकारी में बताया कि आरोपी को उसने पहली बार देखा और उसने नीली शर्ट पहन रखी थी और उसके चेहरे पर काला तिल था. अभी तक इस आरोपी की पहचान नहीं हो सकी है जबकि पुलिस दिन-रात आरोपी की तलाश की बात कह रही है.
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