मंडी: सरकार कांग्रेस की हो या बीजेपी की हर सरकार में मंडी जिला से तीन से अधिक मंत्री बनते रहे हैं. इस बार मंडी जिला के सभी विधायक भाजपा या भाजपा से संबंधित हैं. ऐसे में भले ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कह चुके हैं कि जरूरी नहीं कि प्रदेश मंत्रिमंडल में अनिल शर्मा व किशन कपूर के खाली हुए मंत्री पदों को मंडी व कांगड़ा से ही भरा जाए.
बावजूद इसके मंडी का दावा पुख्ता बना हुआ है क्योंकि मंडी जिला से भाजपा के 9 विधायक हैं. जोगिंद्रगर से जीते आजाद विधायक प्रकाश राणा भाजपा के एसोसिएट सदस्य हैं. मंडी से भी आवाज उठने लगी है कि मंत्री पद का कोटा यहीं से भरा जाए. जयराम ठाकुर सिराज विधानसभा क्षेत्र से पांचवी बार जीत कर मुख्यमंत्री बने हैं. वहीं, 1989 से महेंद्र सिंह ठाकुर धर्मपुर सीट से लगातार जीत रहे हैं.
मौजूदा समय में जयराम सरकार में वो दूसरे नंबर के मंत्री हैं. अब अनिल शर्मा की गैर मौजूदगी में यदि भाजपा के अन्य विधायकों की चर्चा की जाए तो इनमें सुंदरनगर से राकेश जमवाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी और द्रंग से जवाहर ठाकुर पहली बार विधायक बने हैं.वहीं, सरकाघाट से लगातार तीसरी बार कर्नल इंद्र सिंह ठाकुर जीते हैं. दूसरी बार जीतने वालों में नाचन से विनोद कुमार और करसोग से हीरा लाल हैं. अब मुख्यमंत्री के साथ नजदीकियां किसकी हैं और कौन विधायक सबसे वरिष्ठ है ये स्पष्ट है.
राजनीतिक विश्लेषक बीरबल शर्मा ने कहा कि हर सरकार में मंडी से तीन मंत्री बनते रहे हैं. चाहे सत्तारूढ़ विधायकों की संख्या छह ही क्यों न हो. वर्तमान में मंडी से भाजपा के 9 और एक एसोसिएट सदस्य विधायक हैं. इस स्थिति में मंत्री पद के लिए मंडी से दावेदारी पूरी है. अब देखना ये होगा कि जयराम सरकार में खाली हुए दो मंत्रियों के पद किन विधायकों को मिलते हैं.