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खाली मंत्री पदों पर अटकलें तेज, इसलिए CM के गृहजिला मंडी से बन सकता है एक और मंत्री

मंडी से भरा जा सकता है खाली मंत्री का पद. ये है वजह

सीएम जयराम
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Published : Jun 9, 2019, 5:21 PM IST

मंडी: सरकार कांग्रेस की हो या बीजेपी की हर सरकार में मंडी जिला से तीन से अधिक मंत्री बनते रहे हैं. इस बार मंडी जिला के सभी विधायक भाजपा या भाजपा से संबंधित हैं. ऐसे में भले ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कह चुके हैं कि जरूरी नहीं कि प्रदेश मंत्रिमंडल में अनिल शर्मा व किशन कपूर के खाली हुए मंत्री पदों को मंडी व कांगड़ा से ही भरा जाए.

बीरबल शर्मा

बावजूद इसके मंडी का दावा पुख्ता बना हुआ है क्योंकि मंडी जिला से भाजपा के 9 विधायक हैं. जोगिंद्रगर से जीते आजाद विधायक प्रकाश राणा भाजपा के एसोसिएट सदस्य हैं. मंडी से भी आवाज उठने लगी है कि मंत्री पद का कोटा यहीं से भरा जाए. जयराम ठाकुर सिराज विधानसभा क्षेत्र से पांचवी बार जीत कर मुख्यमंत्री बने हैं. वहीं, 1989 से महेंद्र सिंह ठाकुर धर्मपुर सीट से लगातार जीत रहे हैं.

मौजूदा समय में जयराम सरकार में वो दूसरे नंबर के मंत्री हैं. अब अनिल शर्मा की गैर मौजूदगी में यदि भाजपा के अन्य विधायकों की चर्चा की जाए तो इनमें सुंदरनगर से राकेश जमवाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी और द्रंग से जवाहर ठाकुर पहली बार विधायक बने हैं.वहीं, सरकाघाट से लगातार तीसरी बार कर्नल इंद्र सिंह ठाकुर जीते हैं. दूसरी बार जीतने वालों में नाचन से विनोद कुमार और करसोग से हीरा लाल हैं. अब मुख्यमंत्री के साथ नजदीकियां किसकी हैं और कौन विधायक सबसे वरिष्ठ है ये स्पष्ट है.

राजनीतिक विश्लेषक बीरबल शर्मा ने कहा कि हर सरकार में मंडी से तीन मंत्री बनते रहे हैं. चाहे सत्तारूढ़ विधायकों की संख्या छह ही क्यों न हो. वर्तमान में मंडी से भाजपा के 9 और एक एसोसिएट सदस्य विधायक हैं. इस स्थिति में मंत्री पद के लिए मंडी से दावेदारी पूरी है. अब देखना ये होगा कि जयराम सरकार में खाली हुए दो मंत्रियों के पद किन विधायकों को मिलते हैं.

मंडी: सरकार कांग्रेस की हो या बीजेपी की हर सरकार में मंडी जिला से तीन से अधिक मंत्री बनते रहे हैं. इस बार मंडी जिला के सभी विधायक भाजपा या भाजपा से संबंधित हैं. ऐसे में भले ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कह चुके हैं कि जरूरी नहीं कि प्रदेश मंत्रिमंडल में अनिल शर्मा व किशन कपूर के खाली हुए मंत्री पदों को मंडी व कांगड़ा से ही भरा जाए.

बीरबल शर्मा

बावजूद इसके मंडी का दावा पुख्ता बना हुआ है क्योंकि मंडी जिला से भाजपा के 9 विधायक हैं. जोगिंद्रगर से जीते आजाद विधायक प्रकाश राणा भाजपा के एसोसिएट सदस्य हैं. मंडी से भी आवाज उठने लगी है कि मंत्री पद का कोटा यहीं से भरा जाए. जयराम ठाकुर सिराज विधानसभा क्षेत्र से पांचवी बार जीत कर मुख्यमंत्री बने हैं. वहीं, 1989 से महेंद्र सिंह ठाकुर धर्मपुर सीट से लगातार जीत रहे हैं.

मौजूदा समय में जयराम सरकार में वो दूसरे नंबर के मंत्री हैं. अब अनिल शर्मा की गैर मौजूदगी में यदि भाजपा के अन्य विधायकों की चर्चा की जाए तो इनमें सुंदरनगर से राकेश जमवाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी और द्रंग से जवाहर ठाकुर पहली बार विधायक बने हैं.वहीं, सरकाघाट से लगातार तीसरी बार कर्नल इंद्र सिंह ठाकुर जीते हैं. दूसरी बार जीतने वालों में नाचन से विनोद कुमार और करसोग से हीरा लाल हैं. अब मुख्यमंत्री के साथ नजदीकियां किसकी हैं और कौन विधायक सबसे वरिष्ठ है ये स्पष्ट है.

राजनीतिक विश्लेषक बीरबल शर्मा ने कहा कि हर सरकार में मंडी से तीन मंत्री बनते रहे हैं. चाहे सत्तारूढ़ विधायकों की संख्या छह ही क्यों न हो. वर्तमान में मंडी से भाजपा के 9 और एक एसोसिएट सदस्य विधायक हैं. इस स्थिति में मंत्री पद के लिए मंडी से दावेदारी पूरी है. अब देखना ये होगा कि जयराम सरकार में खाली हुए दो मंत्रियों के पद किन विधायकों को मिलते हैं.

Intro:मंडी। हर सरकार में मंडी जिला से तीन से अधिक मंत्री बनते रहे हैं। भले ही सत्तारूढ़ दल से विधायक 6 या 7 भी जीते हों। इस बार तो मंडी जिले के सभी विधायक भाजपा या भाजपा से संबंधित हैं। ऐसे में भले ही मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर कह चुके हैं कि जरूरी नहीं कि प्रदेश मंत्रीमंडल में अनिल शर्मा व किशन कपूर के खाली हुए मंत्री पद को मंडी व कांगड़ा से ही भरा जाए। बावजूद इसके मंडी का दावा तो पुख्ता बना ही हुआ है क्योंकि मंडी जिले से भाजपा के 9 विधायक हैं। जबकि एक जोगिंदरनगर से जीते आजाद विधायक प्रकाश राणा भाजपा का एसोसिएट सदस्य है।


Body:अब यह तो मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में आता है कि वह किसे अपने मंत्रीमंडल में लें। मगर मंडी जिले से भी आवाज उठने लगी
हैं कि यहां का कोटा यहीं से भरा जाए। ऐसे में यदि भाजपा के विधायकों की वरिष्ठता, निष्ठा और मुख्यमंत्री से नजदीक होने का फार्मूला भी अपनाए जाने की चर्चाएं हैं। मंडी जिले की बात करें तो सराज हल्के से पांचवीं बार जीते जय राम ठाकुर इस समय मुख्यमंत्री पद पर हैं जबकि धर्मपुर से लगातार 1989 से जीत कर आ रहे महेंद्र सिंह ठाकुर दूसरे नंबर के मंत्री हैं। अब अनिल शर्मा के गैरमौजूदगी में यदि भाजपा के अन्य विधायकों की चर्चा की जाए तो इसमें बल्ह से  सुंदरनगर से राकेश जमवाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी व द्रंग से जवाहर ठाकुर पहली बार विधायक बने हैं। सबसे अधिक वरिष्ठ सरकाघाट  से लगातार तीसरी बार चुने गए कर्नल इंद्र सिंह ठाकुर हैं। जबकि दूसरी बार जीतने वालों में नाचन से विनोद कुमार व करसोग से हीरा लाल हैं। विनोद कुमार भी लगातार दूसरी बार जीते हैं। जबकि हीरा लाल एक टर्म को छोड़ कर फिर से विधायक बने हैं। अब मुख्यमंत्री के साथ निष्ठाएं व नजदीकियां किसकी हैं। यह भी मंडी जिले के लोग जानते हैं और वरिष्ठ कौन है यह भी सपष्ट है। देखना यह होगा कि यदि मंडी जिले का कोटा बहाल होता है तो फिर किसका नंबर लगता है। लोक चुनावों में मिली प्रचंड जीत के बाद अब लोग मंत्रीमंडल विस्तार पर चर्चा करने लग गए हैं।




Conclusion:राजनीतिक विश्लेषक बीरबल शर्मा ने कहा कि हर सरकार में मंडी से 3 मंत्री बनते हैं। चाहे सत्तारूढ विधायकों की संख्या 6 तक ही क्यों न हो। ऐसे में वर्तमान में भाजपा के 9 व एक एसोसिएट सदस्य विधायक हैं। इस स्थिति में मंत्री पद के लिए मंडी से दावेदारी पूरी है। अब देखना यह होगा कि इसमें बाजी कौन मारता है। मंत्री पद की दौड़ में कई वरिष्ठ व सीएम के नजदीकी विधायक शामिल हैं। मंत्री बनाने में कई फैक्टर शामिल रहेंगे।

बाइट - बीरबल शर्मा, राजनीतिक विश्लेषक।
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