करसोग/मंडी: प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ता जा रही है. ऐसे में लोगों को गैर जरूरी काम से घरों से न निकलने की सलाह दी जा रही है. वहीं, कोरोना संकट के दौरान भी करसोग उपमंडल में अवैध धंधा करने वाले नशे को बेचने से बाज नहीं आ रहे हैं.
करसोग में पुलिस ने नशे का अवैध कारोबार करने वाले कई लोगों को धर दबोचा है. इन लोगों के खिलाफ एनडीपीएस समेत एक्साइज एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.
जानकारी के अनुसार करसोग उपमंडल में कोरोना संकट के दौरान पुलिस ने दो महीने में नशे का अवैध धंधा करने वालों के खिलाफ करीब 16 मामले दर्ज किए हैं. इसमें अफीम की खेती का कारोबार करने वालों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कुल 6 मामले दर्ज किए गए हैं.
साथ ही करसोग थाना में अवैध शराब का कारोबार करने वालों पर एक्साइज एक्ट के तहत करीब 10 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं. वहीं, नशे के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस ने रात के समय जारी कर्फ्यू के दौरान चौकसी और बढ़ा दी है, ताकि नशे से युवाओं को बचाया जा सके.
रशोग गांव में नष्ट किए थे अफीम के 2407 पौधे
कोरोना संक्रमण के मामलों को रोकने के लिए जारी कर्फ्यू के दौरान पुलिस ने अफीम की खेती के काले कारोबार का पर्दाफाश किया था. पुलिस समेत एसआईयू मंडी की संयुक्त टीम ने तेवन पंचायत के रशोग गांव में अफीम के 2407 पौधों को नष्ट किया. इस मामले में पुलिस ने दोषियों के खिलाफ सेक्शन 18 एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किए थे.
बता दें कि रशोग गांव में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दबिश दी थी. पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव में कुछ लोग अफीम की खेती कर रहे हैं, जिससे इलाके में नशे को बढ़ावा मिल रहा था. इस कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रशोग गांव में अफीम के 2407 पौधों को नष्ट किए.
डीएसपी करसोग अरुण मोदी ने कहा कि एनडीपीएस के तहत 6 मामले दर्ज किए गए हैं. इसमें एक पंचायत में भांग समेत अफीम की खेती का भी मामला पकड़ा गया था. इसमें कई लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. साथ ही एक्साइज एक्ट के तहत भी 10 मामले दर्ज किए गए हैं.
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