मंडी: जिला पुलिस ने अफीम की सबसे बड़ी खेती को नष्ट करने में सफलता हासिल की है. अफीम की यह खेती द्रंग के तहत आने वाली उपतहसील टिक्कन के एक दुर्गम क्षेत्र में जाकर नष्ट की गई है. मंडी जिला पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि क्षेत्र में भारी मात्रा में अफीम की खेती की गई है.
इस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी पधर लोकेंद्र नेगी के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन किया और मौके पर पहुंची. यहां पुलिस ने देखा कि दस बीघा जमीन पर अफीम की खेती लहलहा रही थी. पुलिस ने तुरंत प्रभाव से इसे नष्ट करने का कार्य शुरू कर दिया.
दस बीघा जमीन में से कुछ निजी भूमि है तो कुछ सरकारी है
एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि टीम ने 1 लाख 42 हजार 686 अफीम के पौधों को नष्ट किया है. वहीं, इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत 6 मामले भी दर्ज किए गए हैं. दस बीघा जमीन में से कुछ निजी भूमि है तो कुछ सरकारी है.
इससे पहले मंडी में एक साथ 30 हजार अफीम के पौधों को ही नष्ट किया गया था
अब पुलिस राजस्व विभाग के माध्यम से जमीन के मालिकों की तलाश में जुट गई है जिनसे पूछताछ की जाएगी. बताया जा रहा है कि यह जिला में अब तक अफीम की खेती की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई है. इससे पहले जिला में एक साथ 30 हजार अफीम के पौधों को ही नष्ट किया गया था.
21 घंटों तक चला ऑपरेशन
एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि इलाका इतना दुर्गम था कि टीम को वहां पर पहुंचने के लिए चार घंटों की कठिन चढ़ाई को पैदल चढ़ना पड़ा. ऐसे स्थान पर खेती की जा रही थी जहां तक किसी का पहुंच पाना ही संभव नहीं था. यह ऑपरेशन 21 घंटों तक चला, जिसमें मौके पर गई तीनों टीमें दिन रात अफीम की खेती को नष्ट करने में जुटी रही.
एसपी मंडी ने लोगों से नशे की इस प्रकार की सूचनाओं को पुलिस के साथ सांझा करने का आहवान किया है, ताकि अधिक से अधिक मात्रा में नशा तस्करों पर शिकंजा कसा जा सके.
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