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सिस्सु में फूड फेस्टिवल की धूम, पर्यटकों ने लिया पारम्परिक व्यंजनों के साथ संगीत का आंनद

फेस्टिवल ऑफ फेस्टिवल में अब एक ही स्थान पर लाहौल-स्पीति के विभिन्न व्यंजनों का स्वाद ले रहे हैं. आज से सिस्सु हेलिपैड पर फूड फेस्टिवल का शुभारम्भ हुआ. उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि स्नो- फेस्टिवल के अंतर्गत सैलानियों को लाहौल-स्पीति के पारंपरिक जायके से परिचित कराने के लिए, आज से फूड फेस्टिवल का आयोजन सिस्सु में किया जा रहा है.

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Published : Mar 19, 2021, 8:31 PM IST

लाहौल स्पीतिः फेस्टिवल ऑफ फेस्टिवल में अब एक ही स्थान पर लाहौल-स्पीति के विभिन्न व्यंजनों के चटकारे ले रहे हैं. आज से सिस्सु हेलिपैड पर स्नो फेस्टिवल में फूड फेस्टिवल का शुभारम्भ हुआ. मुख्यातिथि उपायुक्त पंकज राय ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया. फूड फेस्टिवल में स्थानीय व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें यहां के पारंपरिक शाकाहारी व मांसाहारी व्यंजन परोसे जा रहे हैं. साथ ही यहां के पारंपरिक परिधानों एवं हस्तशिल्प उत्पादों के स्टॉल भी लगाए गए हैं.

सैलानियों को मिलेंगे लाहौल-स्पीति के पारंपरिक व्यंजन

उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि स्नो- फेस्टिवल के अंतर्गत सैलानियों को लाहौल-स्पीति के पारंपरिक व्यंजनों से परिचित कराने के लिए, आज से फूड फेस्टिवल का आयोजन सिस्सु में किया जा रहा है. इसमें पर्यटकों को लाहौल के शाकाहारी व मांसाहारी व्यंजनों का स्वाद चखने को मिल रहा है. इसके साथ ही पर्यटक पारम्परिक तीरंदाजी में भी अपना हुनर आजमा रहे हैं, स्कीइंग, म्यूजिकल चेयर, रस्साकस्सी आदि खेलों का आनंद भी ले रहे हैं. गीत-नृत्य -संगीत के द्वारा जनजातीय संस्कृति के परिवेश में भागीदार बन रहे हैं.

वीडियो

फूड फेस्टिवल में छरमा चाय व नमकीन चाय के स्टॉल भी लगाए गए हैं. उपायुक्त ने कहा कि यहां के रीति-रिवाजों में पारम्परिक व्यंजनों का भी बहुत महत्व है, यहां की छरमा एवं नमकीन चाय, चिलड़ा, टीमो, मर्चु आदि व्यंजनों को इसके माध्यम से लोकप्रियता मिल रही है. उपायुक्त ने कोकसर पंचायत द्वारा नार्थ पोर्टल में आयोजित स्नो -फेस्टिवल के सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शिरकत की. पारम्परिक मंगलाचरण कलछोर के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया.

उपायुक्त ने की कोविड नियमों का पालन करने की अपील

अपने सम्बोधन उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि यहां के दो दिवसीय कार्यक्रम में स्नो क्राफ्ट सहित सभी प्रस्तुतियां सराहनीय हैं. 14 जनवरी उदन से लेकर आज तक स्नो फेस्टिवल का यह 65वां दिन है. इस फेस्टिवल के माध्यम से लुप्त हो रही परम्पराओं को पुनर्जीवित हो रही है, शंगजतार लगभग 90 वर्ष के बाद, राइंक जातर लगभग 50 साल एवं दारचा क्षेत्र का सेलु नृत्य का पुनः जीवन्त हुआ है. उन्होंने कहा कि कोविड के प्रति सतर्क रहें, कोविड नियमों का पालन करें.

सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय महिला नृत्य दलों द्वारा गरफी, श्रोण नृत्य सहित अन्य कई कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। सोनम एवं सोनल का नृत्य भी काफ़ी सराहा गया. अतिथियों सहित यहां आए समस्त पर्यटकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भरपूर आनन्द लिया.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में एसएमसी शिक्षकों को सरकार का झटका, शिक्षा मंत्री बोले- नहीं होंगे नियमित

लाहौल स्पीतिः फेस्टिवल ऑफ फेस्टिवल में अब एक ही स्थान पर लाहौल-स्पीति के विभिन्न व्यंजनों के चटकारे ले रहे हैं. आज से सिस्सु हेलिपैड पर स्नो फेस्टिवल में फूड फेस्टिवल का शुभारम्भ हुआ. मुख्यातिथि उपायुक्त पंकज राय ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया. फूड फेस्टिवल में स्थानीय व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें यहां के पारंपरिक शाकाहारी व मांसाहारी व्यंजन परोसे जा रहे हैं. साथ ही यहां के पारंपरिक परिधानों एवं हस्तशिल्प उत्पादों के स्टॉल भी लगाए गए हैं.

सैलानियों को मिलेंगे लाहौल-स्पीति के पारंपरिक व्यंजन

उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि स्नो- फेस्टिवल के अंतर्गत सैलानियों को लाहौल-स्पीति के पारंपरिक व्यंजनों से परिचित कराने के लिए, आज से फूड फेस्टिवल का आयोजन सिस्सु में किया जा रहा है. इसमें पर्यटकों को लाहौल के शाकाहारी व मांसाहारी व्यंजनों का स्वाद चखने को मिल रहा है. इसके साथ ही पर्यटक पारम्परिक तीरंदाजी में भी अपना हुनर आजमा रहे हैं, स्कीइंग, म्यूजिकल चेयर, रस्साकस्सी आदि खेलों का आनंद भी ले रहे हैं. गीत-नृत्य -संगीत के द्वारा जनजातीय संस्कृति के परिवेश में भागीदार बन रहे हैं.

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फूड फेस्टिवल में छरमा चाय व नमकीन चाय के स्टॉल भी लगाए गए हैं. उपायुक्त ने कहा कि यहां के रीति-रिवाजों में पारम्परिक व्यंजनों का भी बहुत महत्व है, यहां की छरमा एवं नमकीन चाय, चिलड़ा, टीमो, मर्चु आदि व्यंजनों को इसके माध्यम से लोकप्रियता मिल रही है. उपायुक्त ने कोकसर पंचायत द्वारा नार्थ पोर्टल में आयोजित स्नो -फेस्टिवल के सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शिरकत की. पारम्परिक मंगलाचरण कलछोर के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया.

उपायुक्त ने की कोविड नियमों का पालन करने की अपील

अपने सम्बोधन उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि यहां के दो दिवसीय कार्यक्रम में स्नो क्राफ्ट सहित सभी प्रस्तुतियां सराहनीय हैं. 14 जनवरी उदन से लेकर आज तक स्नो फेस्टिवल का यह 65वां दिन है. इस फेस्टिवल के माध्यम से लुप्त हो रही परम्पराओं को पुनर्जीवित हो रही है, शंगजतार लगभग 90 वर्ष के बाद, राइंक जातर लगभग 50 साल एवं दारचा क्षेत्र का सेलु नृत्य का पुनः जीवन्त हुआ है. उन्होंने कहा कि कोविड के प्रति सतर्क रहें, कोविड नियमों का पालन करें.

सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्थानीय महिला नृत्य दलों द्वारा गरफी, श्रोण नृत्य सहित अन्य कई कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। सोनम एवं सोनल का नृत्य भी काफ़ी सराहा गया. अतिथियों सहित यहां आए समस्त पर्यटकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भरपूर आनन्द लिया.

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