मनाली: जिला लाहौल स्पीति और मनाली घाटी में इन दिनों फागली उत्सव (लोसर ) शुरू हो गया है. ये उत्सव लाहौल स्पीति के लोगों का प्रमुख त्यौहार है, जिसमें बच्चे, बुजुर्ग सभी इस त्यौहार के रंग में रंग कर झूमते नाचते दिखाई दे रहे हैं.
इस त्यौहार को पट्टन घाटी में लोहड़ी के बाद आने वाली चंद्रमास की प्रथम तिथि की अमावस्या और लाहौल स्पीति में मनाए जाने वाले हालडा उत्सव के 15 दिनों के बाद मनाया जाता है. ये त्यौहार मिलने-जुलने व सुख-दु:ख बांटने के मकसद से मनाया जाता है.
फागली उत्सव आधुनिकता के युग में भी अपने महत्व को बरकरार रखे हुए है. इस दिन घाटी के युवा अपने बुर्जुगों से सुख समृद्वि का आशीर्वाद लेते हैं.यह उत्सव जिला लाहौल स्पीति के पट्टन घाटी से शुरू होकर पूरे लाहौल में मनाया जाता है.
जिला लाहौल स्पीति के स्थानीय निवासी व हिमालयन बुद्धिस्ट सोसायटी के मुख्य संरक्षक रवि ठाकुर ने फागली उत्सव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फागली उत्सव लाहौल स्पीति के लोगों का प्रमुख त्यौहार है. वह इसे काफी हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं.
रवि ठाकुर ने कहा कि फागली उत्सव को लेकर मनाली के बुद्धिस्ट गोम्पा में भी पूजा पाठ का आयोजन किया जा रहा है, जो अगले पंद्रह दिनों तक चलेगा. उन्होंने कहा कि पंद्रह दिनों के दौरान गोम्पा में मंत्रों उच्चारण के साथ मने का जाप भी किया जाएगा.
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