लाहौल स्पीति: सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण 430 किलोमीटर लंबे मनाली-लेह मार्ग के दोनों छोर को जोड़ दिया गया है. जानकारी के अनुसार बीआरओ कभी भी सड़क बहाली की घोषणा कर सकता है. मनाली की ओर से 7 टैंकर अटल टनल रोहतांग होते हुए लेह के लिए निकल गए हैं. ये टैंकर दारचा में रुके हुए थे.
बीआरओ ने 15 अप्रैल से पहले ही मार्ग को बहाल करने का लक्ष्य रखा है. बीआरओ का ये लक्ष्य सफल होता दिख रहा है. सरचू तक गए लाहौल के वाहन चालक अशोक करपा व रॉकी ने बताया कि बीआरओ ने मनाली-लेह मार्ग के दोनों छोर को जोड़ दिया हैं. उन्होंने बताया कि एक दो दिन के भीतर मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सकती है.
गाहर नाले में एवलांच आने से तांदी-संसारी मार्ग बंद
लाहौल घाटी का मुख्य तांदी-संसारी मार्ग पांगी के पास गाहर नाले में हिमस्खलन होने से बंद हो गया है, जिससे पांगी व किलाड़ घाटी का लाहौल से संपर्क कट गया है. बीआरओ सड़क बहाली में जुटा हुआ है. आज देर शाम तक सड़क बहाल होने की उम्मीद है.
ताजा बर्फबारी से सड़क बहाली का काम प्रभावित
कमांडर कर्नल बीआरओ उमा शंकर ने बताया कि ताजा बर्फबारी से बीआरओ की सड़क बहाली प्रभावित हुई है, लेकिन बीआरओ ने मौसम साफ होते ही काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है. बीआरओ जल्द ही मनाली-लेह मार्ग को आवाजाही के लिए बहाल कर देगा. उमा शंकर ने बताया कि दीपक परियोजना के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर एमएस बाघी केलांग पहुंच गए हैं. एक दो दिन के भीतर सड़क खुलने की औपचारिक घोषणा की जाएगी.