लाहौल: नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह से पहले विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है. दरअसल, नए संसद का उद्घाटन पीएम मोदी द्वारा करने के फैसले के विरोध में शुक्रवार को आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रवि ठाकुर की अध्यक्षता में लाहौल में विरोध प्रदर्शन किया गया. इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह भी शामिल रहीं.
इस मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्थानीय विधायक और आदिवासी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रवि ठाकुर ने कहा कांग्रेस समेत 19 विपक्षी पार्टियों ने 28 मई को नई संसद के उद्घाटन समारोह का बायकॉट करने का फैसला लिया है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों होना चाहिए उद्घाटन: कांग्रेस कहना है कि इसका उद्घाटन पीएम मोदी की बजाय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों होना चाहिए. उन्होंने कहा आदिवासी कांग्रेस हिमाचल प्रदेश केंद्र की भाजपा सरकार के इस फैसले का विरोध करती है. उन्होंने कहा लोकसभा सचिवालय में राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं करके संविधान का उल्लंघन किया गया है. सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा केंद्र की मोदी सरकार जहां जनविरोधी फैसलों के लिए जानी जाती है. वहीं नई संसद का उद्घाटन राष्ट्रपति से न करवाना भी कहीं न कहीं ये लोकतंत्र की हत्या है.
कांग्रेस समेत 19 दलों ने जाहिर की नाराजगी: उन्होंने कहा मोदी सरकार के इस फैसले का हम विरोध करते हैं. इस प्रदर्शन में लाहौल स्पीति कांग्रेस के सहप्रभारी रोहित वत्स धामी, महेश शर्मा प्रदेश महासचिव आदिवासी कांग्रेस, जिला अध्यक्ष आदिवासी कांग्रेस नितिन, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ज्ञाल्छन ठाकुर, जिला परिषद अध्यक्ष अनुराधा राणा, महिला कांग्रेस अध्यक्ष शशि किरण सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहें. बता दें, राष्ट्रपति के हाथों उद्घाटन नहीं कराने पर कांग्रेस समेत 19 दलों ने नाराजगी जाहिर की है. वही उद्घाटन समारोह के बहिष्कार का भी ऐलान किया है.
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