कुल्लू: प्रदेश सरकार ने शनिवार को विशेष हेलीकॉप्टर उड़ान से बर्फ में फंसे 6 मरीजों को भुंतर एयरपोर्ट पहुंचाया. मरीज भुंतर एयरपोर्ट में एंबुलेंस के इंतजार में करीब सवा घंटे तक दर्द से तड़पते रहे. मरीजों को लिफ्ट करने के लिए एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची पाती और हालत को देखते हुए उड़ान समिति के वाहन से मरीजों को कुल्लू अस्पताल पहुंचाया गया. हालांकि उड़ान समिति ने 108 एंबुलेंस सेवा को पहले ही सूचना दी थी, लेकिन एंबुलेंस को भुंतर एयरपोर्ट नहीं भेजा गया. परिजनों ने एंबुलेंस की लापरवाही की शिकायत कृषि मंत्री मारकंडा से की है. परिजनों में व्यवस्था को लेकर भारी रोष है.
परिजनों का कहना है कि इस बीच मरीजों के साथ कुछ अनहोनी होने पर कौन जिम्मेदार था. कुल्लू उड़ान समिति के प्रभारी अशोक कुमार ने कहा कि भुंतर एयरपोर्ट से मरीजों को लिफ्ट करने के लिए 108 एंबुलेंस सेवा को सूचित किया गया था, लेकिन सवा घंटे इंतजार करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची. उड़ान समिति ने अपने वाहन से मरीजों को अस्पताल पहुंचाया और अन्य मरीजों के लिए निजी वाहनों की व्यवस्था की गई.
अशोक कुमार ने कहा कि इससे पहले भी 108 एंबुलेंस सेवा उड़ान समिति की अपील को अनसुना कर चुकी है. अशोक ने कहा कि लाहौल से कुल्लू आने वाले मरीज पहले ही परेशानियां झेलते हैं. भुंतर एयरपोर्ट से उन्हें समय पर एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने से और परेशानी होती है. उड़ान समिति ने सारे घटनाक्रम की जानकारी कृषि मंत्री मारकंडा को दे दी है.
कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने कहा कि उड़ान समिति और परिजनों से शिकायत मिली है. उन्होंने कहा कि इस तरह आपात सेवाओं में ढील बर्दाश्त नहीं होगी. मामले को लेकर सीएम जयराम ठाकुर से बात की गई है.
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