कुल्लूः हिमाचल और लद्दाख के अंर्तराषट्रीय सीमा पर से सटे इलाकों में साल भर यातायात सुचारु रखने के लिए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने यह कवायद शुरू की है. देश की सुरक्षा और पर्यटन की दृष्टि से मनाली-लेह मार्ग पर रोहतांग टनल के अलावा तीन अन्य टनलों का निर्माण किया जा रहा है.
बता दें कि मंगलवार को कुल्लू व मंडी जिले की सीमा पर भुंतर और नगवाईं के आसपास देश में पहली बार वायुसेना के एमआई-17 से जियोलॉजिकल सर्वे किया गया. इस सर्वे के तहत बुधवार को भारतीय वायुसेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर से लाहौल के दुर्गम इलाकों में टनल निर्माण के लिए सर्वे किया गया.
जानकारी के अनुसार लेह-लद्दाख पहुंचने के लिए भारचतीय सेना अब इसी सड़क का ज्यादा इस्तेमाल करने जा रही है. मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड और वायु सेना ने तीन सुरंगों के लिए भू-भर्गीय सर्वेक्षण शुरू किया है. इस सर्वेक्षण में एक विदेशी एंटीना की सहायता ली जा रही है.
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण कुल्लू-मनाली एयरपोर्ट के निदेशक नीरज कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि इस सर्वे में टनलों के भू-भर्गीय सर्वे के लिए कुल्लू-मनाली हवाई अड्डे की एक टीम वायु सेना का सहयोग कर रही है. इस तरह का सर्वेक्षण भारत में पहली बार किया जा रहा है.