कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति और कुल्लू जिले में पिछले तीन दिनों से ऊंची चोटियों पर हिमपात व निचले क्षेत्रों में बारिश का कहर जारी है. बर्फबारी व बारिश के बाद कुल्लू व लाहौल-स्पीति में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
दो हाईवे एनएच तीन, एनएच 305 सहित कई सड़क मार्ग यातायात के लिए बाधित हो गए हैं. रोहतांग दर्रे सहित शिंकुला, बारालाचा व कुंजम दर्रे में चार से पांच फीट बर्फबारी हुई है. स्पीति में भी जन जीवन प्रभावित हो गया है. लोसर, पिन वैली सहित समस्त ऊंचाई वाले ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बर्फ बारी का दौर जारी है. काजा में भी तीन इंच से अधिक बर्फ पड़ चुकी है.
हिमस्खलन का खतरा बढ़ा
लगातार जारी हिमपात से लाहौल स्पीति सहित मनाली के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है. लाहौल-स्पीति व कुल्लू प्रशासन ने सासे की मदद से जगह चिन्हित कर लोगों को आगाह कर दिया है. मनाली की ओर नेहरुकुंड सहित सोलंगनाला से धुंधी तक हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है, जबकि लाहौल में अटल टनल के नार्थ पोर्टल सहित सिस्सु व गोंदला से केलंग तक व केलंग से उदयपुर तक जगह जगह हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है.
'बर्फबारी को देखते हुए घरों से बाहर न निकलें'
डीसी लाहुल स्पीति पंकज राय ने सभी लोगों से आग्रह किया कि भारी बर्फबारी को देखते हुए वो घरों से बाहर न निकलें. अटल टनल के नार्थ पोर्टल व सिस्सु ढ़ाई फुट, केलंग 10 इंच, जिस्पा एक फुट, उदयपुर, 10 इंच, काजा, आधा फुट समदो चार इंच, पिन घाटी 11 इंच, ताबो चार इंच बर्फबारी दर्ज की गई है. रोहतांग चार फुट, राहनीनाला तीन फुट, मढ़ी ढ़ाई फुट, गुलाबा दो फुट कोठी एक फुट, अटल टनल के साउथ पोर्टल सवा दो फीट, धुंधी दो फीट फातरु व अंजनी महादेव डेढ़ फीट.
सोलंगनाला एक फुट पलचान, कुलंग व मझाच आधा फ़ुट जबकि पर्यटन नगरी मनाली में दो इंच बर्फबारी हुई, जबकि मंगलवार रात से बर्फबारी व बारिश जारी है. खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने एहतियात बरतने को कहा है. जिला प्रशासन ने मनाली के नेहरू कुंड से ऊपर वाहनों के जाने पर रोक लगा दी है.
पर्यटक सोलंगनाला में ही फंसे रहे
वहीं, दूसरी ओर मंगलवार रात को बर्फबारी के चलते 10 घंटों तक लगे लंबे जाम के कारण देर रात तक पर्यटक सोलंगनाला में ही फंसे रहे. रात को करीब एक बजे तक वाहनों को निकालने के लिए पुलिस के जवान डटे रहे. बर्फ से वाहनों की फिसलन होने से पुलिस ने देर रात पर्यटकों को रेस्क्यू कर होटलों तक पहुंचाया, लेकिन पर्यटकों के करीब 100 से अधिक वाहन सोलंगनाला में फंसे हुए हैं.
बुधवार सुबह से ही सड़क बहाल कर फंसी गाड़ियों को निकालने में प्रशासन जुट गया है. वहीं, बर्फबारी होने से घाटी के बागवान और किसान गदगद हो गए हैं. तापमान में भी गिरावट आ गई है, जोकि सेब चिलिंग ऑवर्स के लिए वरदान साबित होगी. बर्फबारी सेब की फसल के लिए संजीवनी का काम करेगी.