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मौज मस्ती करने आए सैलानी उड़ा रहे नियमों की धज्जियां, लाहौल परमिट के नाम पर हो रहा रोहतांग का सैर सपाटा - कुल्लू

एनजीटी के नियम के अनुसार लाहौल का परमिट लेने वालों को लाहौल जाना जरूरी होता है. लाहौल का परमिट आसानी से और जल्दी मिल जाता है, जबकि रोहतांग परमिट के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है.

लाहौल परमिट के नाम पर सैलानी कर रहे रोहतांग का सैर सपाटा (वीडियो).
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Published : Jun 6, 2019, 11:31 AM IST

कुल्लू: पर्यटन नगरी मनाली के विश्वविख्यात रोहतांग दर्रे के दीदार के लिए अब लाहौल परमिट का सहारा भी लिया जा रहा है. लाहौल घूमने के नाम पर परमिट लेकर सैलानी रोहतांग दर्रे से ही वापस मनाली का रुख कर रहे हैं.

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लाहौल परमिट के नाम पर सैलानी कर रहे रोहतांग का सैर सपाटा.


एनजीटी के नियम के अनुसार लाहौल का परमिट लेने वालों को लाहौल जाना जरूरी होता है. लाहौल का परमिट आसानी से और जल्दी मिल जाता है, जबकि रोहतांग परमिट के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. ऐसे में सैलानी सस्ते में ही लाहौल की बजाय रोहतांग का सैर सपाटा कर रहे हैं. लाहौल जाने वाले सैलानियों को मढ़ी और कोकसर में तैनात पुलिस को परमिट दिखाना होता है, लेकिन अधिकतर सैलानी अपने परमिट को मढ़ी में दिखाकर रोहतांग में दिनभर मस्ती कर वापस आ रहे हैं.

ये भी पढ़ें:पार्टी में बर्दाश्त नहीं होगी अनुशासनहीनता, आरोपियों के खिलाफ होगी कार्रवाई: कुलदीप राठौर

नियमों के अनुसार सैलानियों को लाहौल स्पीति जिला की सीमा को पार करना जरूरी है. लाहौल स्पीति का परमिट सैलानियों को सिर्फ सौ रुपये में मिल रहा है, जिसका पर्यटन सीजन के दौरान सैलानी खूब लाभ उठा रहे हैं. वहीं, एसडीएम मनाली अश्विनी कुमार का कहना है कि लाहौल परमिट पर रोहतांग दर्रे से वापस आना गलत है और इस बारे में पुलिस पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों को निर्देश जारी किया जाएंगे. एनजीटी के आदेशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है और इसका उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

लाहौल परमिट के नाम पर सैलानी कर रहे रोहतांग का सैर सपाटा (वीडियो).

कुल्लू: पर्यटन नगरी मनाली के विश्वविख्यात रोहतांग दर्रे के दीदार के लिए अब लाहौल परमिट का सहारा भी लिया जा रहा है. लाहौल घूमने के नाम पर परमिट लेकर सैलानी रोहतांग दर्रे से ही वापस मनाली का रुख कर रहे हैं.

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लाहौल परमिट के नाम पर सैलानी कर रहे रोहतांग का सैर सपाटा.


एनजीटी के नियम के अनुसार लाहौल का परमिट लेने वालों को लाहौल जाना जरूरी होता है. लाहौल का परमिट आसानी से और जल्दी मिल जाता है, जबकि रोहतांग परमिट के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. ऐसे में सैलानी सस्ते में ही लाहौल की बजाय रोहतांग का सैर सपाटा कर रहे हैं. लाहौल जाने वाले सैलानियों को मढ़ी और कोकसर में तैनात पुलिस को परमिट दिखाना होता है, लेकिन अधिकतर सैलानी अपने परमिट को मढ़ी में दिखाकर रोहतांग में दिनभर मस्ती कर वापस आ रहे हैं.

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नियमों के अनुसार सैलानियों को लाहौल स्पीति जिला की सीमा को पार करना जरूरी है. लाहौल स्पीति का परमिट सैलानियों को सिर्फ सौ रुपये में मिल रहा है, जिसका पर्यटन सीजन के दौरान सैलानी खूब लाभ उठा रहे हैं. वहीं, एसडीएम मनाली अश्विनी कुमार का कहना है कि लाहौल परमिट पर रोहतांग दर्रे से वापस आना गलत है और इस बारे में पुलिस पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों को निर्देश जारी किया जाएंगे. एनजीटी के आदेशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है और इसका उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

लाहौल परमिट के नाम पर सैलानी कर रहे रोहतांग का सैर सपाटा (वीडियो).
Intro:लाहुल के परमिट के नाम पर रोहतांग जा रहे सैलानी
रोहतांग से ही वापिस आ रहे सैलानी


Body:पर्यटन नगरी मनाली के विश्वविख्यात रोहतांग दर्रे के दीदार के लिए अब लाहुल के परमिट का भी सहारा लिया जा रहा है। लाहुल घूमने के नाम पर परमिट लिया जा रहा है जबकि सैलानी रोहतांग दर्रे से ही वापस मनाली का रुख कर रहे हैं। हालांकि इस तरह करने वालों पर प्रशासन द्वारा ₹5000 का जुर्माना रखा गया है लेकिन अभी तक ऐसे लोगों पर कोई भी कार्यवाही नहीं हो पाई है। एनजीटी के नियम के अनुसार लाहुल के परमिट लेने वालों को लाहौल जाना जरूरी होता है। लाहुल का परमिट आसानी से और जल्दी मिल जाता है जबकि है रोहतांग परमिट के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। ऐसे में सस्ते में ही सैलानी लाहौल की बजाय रोहतांग का सैर सपाटा कर रहे हैं। साथ ही लाहुल जाने वाले सैलानियों को अपने पहले मढ़ी और कोकसर में तैनात पुलिस को दिखाना होता है लेकिन अधिकतर सैलानी अपने परमिट को मढ़ी में दिखाकर रोहतांग में दिन भर से मस्ती कर वापस आ रहे हैं। जबकि नियमों के अनुसार उन्हें लाहौल स्पीति जिला की सीमा को पार करना जरूरी है। लाहौल स्पीति का परमिट सैलानियों को मात्र ₹100 में मिल रहा है जिसका पर्यटन सीजन के दौरान सैलानी लाभ उठा रहे हैं।


Conclusion:वहीं एसडीएम मनाली अश्विनी कुमार का कहना है कि लाहुल के परमिट पर रोहतांग दर्रे से वापस आना गलत है और इस बारे में पुलिस पोस्ट पर तैनात कर्मचारियों को निर्देश जारी किया जाएंगे। एनजीटी के आदेशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है और इसका उल्लंघन करने वालों पर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
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