कुल्लू: लाहौल घाटी में करीब दो दशक बाद अगस्त महीने में बर्फबारी हुई है. घाटी के भीतर जगह-जगह मनाली-लेह मार्ग बंद होने से कोकसर, केलांग, सिस्सू, छतडू, उदयपुर और दारचा में सैकड़ों लोग फंस गए हैं. रोहतांग दर्रा से सटे कोकसर में सेना के वाहनों समेत जवान फंस गए हैं.
बता दें कि पर्यटन स्थल रोहतांग दर्रा में करीब आधा फीट बर्फ गिरने की सूचना, जबकि लाहौल के रिहायशी इलाकों में करीब 18 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है. नकदी फसलों के साथ खेत और सेब से लदे बगीचे बर्फ की चादर के नीचे दब गए हैं. हालांकि अभी तक किसी तरह के नुकसान की रिपोर्ट प्रशासन के पास नहीं पहुंची है.
कोकसर में दो दिन से करीब 500 पर्यटक, सेना के जवान और कामगार फंसे हैं. हालांकि स्थिति का जायजा लेने के लिए एसडीएम केलांग अमर नेगी की अगुवाई में प्रशासन का दल सिस्सू और तेलिंग तक गया.
अमर नेगी ने कहा कि मनाली-लेह मार्ग पर कोकसर नाला, तेलिंग नाला, पागलनाला समेत कई हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है. कोकसर, सिस्सू और केलांग में कई लोग फंसे हैं. उन्हें प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद दी जा रही है.
बता दें कि अगस्त महीने में करीब दो दशक बाद घाटी में बर्फबारी होने से सेब के पौधों नुकसान पहुंचा है. मनाली से लाहौल का सड़क संपर्क कट जाने से घाटी में मटर, गोभी समेत अन्य नकदी फसलों की देश की मंडियों के लिए आपूर्ति रुक गई है. इससे किसानों के साथ व्यापारियों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
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कोकसर पुलिस चेक पोस्ट के प्रभारी एसआई राजेश ने कहा कि मनाली की तरफ सड़क बंद होने से कोकसर में कई लोग फंसे हैं. उन्हें गेस्ट हाउस, टेंट, होटलों और कुछ लोगों को घरों में ठहराया गया है. प्रशासन और पुलिस की तरफ से फंसे लोगों को हरसंभव सहायता मुहैया करवाई जा रही है.