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COVID-19: सरकार के निर्देशों की पालना कर रहे रेस्तरां संचालक - corona impact

देश सरकार के निर्देशों के बाद जिला कुल्लू में रेस्तरां खोल दिए गए है. इन रेस्तरां में कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सभी निर्देशों का पालन किया जा रहा है. सरकारी निर्देशों के अनुसार रेस्तरां के मेन गेट पर ही ग्राहक को सेनिटाइजर दिया जा रहा है. साथ ही ग्राहक की थर्मल स्कैनिंग भी की जा रही है.

Kullu Restaurant operators
कुल्लू रेस्तरां के संचालक
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Published : Jun 26, 2020, 7:57 PM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू की पर्यटन के नजरिए से प्रदेश में एक अलग जगह है. यहां हर साल लाखों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं. ऐसे में रेस्तरां लोगों के लिए सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली सार्वजनिक जगह है. वहीं, अब प्रदेश सरकार के निर्देशों के बाद जिला कुल्लू में रेस्तरां खोल दिए गए है. इन रेस्तरां में कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सभी निर्देशों का पालन किया जा रहा है.

सरकारी निर्देशों के अनुसार रेस्तरां के मेन गेट पर ही ग्राहक को सेनिटाइजर दिया जा रहा है. साथ ही ग्राहक की थर्मल स्कैनिंग भी की जा रही है. इसके अलावा ग्राहकों की जानकारी भी रजिस्टर पर पूरी तरह से लिखी जा रही है, ताकि ग्राहक किस इलाके से आया है. इसका पता चल सके.

सरकार ने 60 प्रतिशत लोगों को ही रेस्तरां में प्रवेश के निर्देश दिए हैं. इसके चलते रेस्तरां संचालकों ने भी अपने आधे स्टाफ को छुट्टी पर भेज दिया है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ साथ सरकारी नियमों की भी पालना हो सके. इसके चलते रेस्तरां में दो टेबल के बीच में दूरी रखी जा रही है. साथ ही एक टेबल पर सिर्फ दो लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

रेस्तरां संचालकों का कहना है कि उन्होंने अपने स्टाफ को घर भेज दिया है, लेकिन उन्हें भी नियमित रूप से वेतन दिया जाएगा. इन सभी नियमों का पालन करने के बावजूद भी रेस्तरां में लोगों की भीड़ नहीं जुट पा रही है. जिसके चलते संचालक भी परेशानी में पड़ गए हैं. ऐसे में रेस्तरां का खर्च निकालना भी मुश्किल हो गया है.

कुल्लू में निजी रेस्तरां के संचालक सुशील कुमार ने कहा कि सरकार ने जब रेस्तरां खोलने के निर्देश जारी किए तो उन्होंने स्टाफ को अपने घर से बुला लिया. इसके बाद पूरे नियमों के अनुसार काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि अब लोगों की भीड़ मात्र 25% ही रह गई है, जिस कारण खर्च निकालना भी काफी मुश्किल हो गया है.

वहीं, अभी पर्यटन निगम के रेस्तरां को खोलने के निर्देश जारी नहीं हुए हैं. हालांकि निगम के रेस्तरां में टेकअवे के माध्यम से लोगों को फूड सर्विस मुहैया करवाई जा रही है.

पर्यटन निगम के रेस्तरां का कार्यभार देख रहे यान सिंह ने कहा कि फिलहाल निगम की ओर से ग्राहकों को बैठाने के निर्देश जारी नहीं हुए हैं, लेकिन टेकअवे के माध्यम से ग्राहकों को खाने की सुविधा दी जा रही है. इस दौरान होटल में खाना बनाते समय स्टाफ सुरक्षा उपकरणों जैसे फेस शील्ड और मास्क का इस्तेमाल कर रहा है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी खास ध्यान रखा जा रहा है.

गौरतलब है कि देश इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है. ऐसे में लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए होटल, रेस्तरां जैसी सार्वजनिक जगहों के लिए सरकार ने दिशा निर्देश दिए हैं और इन नियमों की रेस्तरां संचालक पालना कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस: पंजाब, हरियाणा से अधिक हिमाचल में नशेड़ियों की संख्या

कुल्लू: जिला कुल्लू की पर्यटन के नजरिए से प्रदेश में एक अलग जगह है. यहां हर साल लाखों पर्यटक घूमने के लिए आते हैं. ऐसे में रेस्तरां लोगों के लिए सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली सार्वजनिक जगह है. वहीं, अब प्रदेश सरकार के निर्देशों के बाद जिला कुल्लू में रेस्तरां खोल दिए गए है. इन रेस्तरां में कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सभी निर्देशों का पालन किया जा रहा है.

सरकारी निर्देशों के अनुसार रेस्तरां के मेन गेट पर ही ग्राहक को सेनिटाइजर दिया जा रहा है. साथ ही ग्राहक की थर्मल स्कैनिंग भी की जा रही है. इसके अलावा ग्राहकों की जानकारी भी रजिस्टर पर पूरी तरह से लिखी जा रही है, ताकि ग्राहक किस इलाके से आया है. इसका पता चल सके.

सरकार ने 60 प्रतिशत लोगों को ही रेस्तरां में प्रवेश के निर्देश दिए हैं. इसके चलते रेस्तरां संचालकों ने भी अपने आधे स्टाफ को छुट्टी पर भेज दिया है, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ साथ सरकारी नियमों की भी पालना हो सके. इसके चलते रेस्तरां में दो टेबल के बीच में दूरी रखी जा रही है. साथ ही एक टेबल पर सिर्फ दो लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

रेस्तरां संचालकों का कहना है कि उन्होंने अपने स्टाफ को घर भेज दिया है, लेकिन उन्हें भी नियमित रूप से वेतन दिया जाएगा. इन सभी नियमों का पालन करने के बावजूद भी रेस्तरां में लोगों की भीड़ नहीं जुट पा रही है. जिसके चलते संचालक भी परेशानी में पड़ गए हैं. ऐसे में रेस्तरां का खर्च निकालना भी मुश्किल हो गया है.

कुल्लू में निजी रेस्तरां के संचालक सुशील कुमार ने कहा कि सरकार ने जब रेस्तरां खोलने के निर्देश जारी किए तो उन्होंने स्टाफ को अपने घर से बुला लिया. इसके बाद पूरे नियमों के अनुसार काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि अब लोगों की भीड़ मात्र 25% ही रह गई है, जिस कारण खर्च निकालना भी काफी मुश्किल हो गया है.

वहीं, अभी पर्यटन निगम के रेस्तरां को खोलने के निर्देश जारी नहीं हुए हैं. हालांकि निगम के रेस्तरां में टेकअवे के माध्यम से लोगों को फूड सर्विस मुहैया करवाई जा रही है.

पर्यटन निगम के रेस्तरां का कार्यभार देख रहे यान सिंह ने कहा कि फिलहाल निगम की ओर से ग्राहकों को बैठाने के निर्देश जारी नहीं हुए हैं, लेकिन टेकअवे के माध्यम से ग्राहकों को खाने की सुविधा दी जा रही है. इस दौरान होटल में खाना बनाते समय स्टाफ सुरक्षा उपकरणों जैसे फेस शील्ड और मास्क का इस्तेमाल कर रहा है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का भी खास ध्यान रखा जा रहा है.

गौरतलब है कि देश इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है. ऐसे में लोगों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए होटल, रेस्तरां जैसी सार्वजनिक जगहों के लिए सरकार ने दिशा निर्देश दिए हैं और इन नियमों की रेस्तरां संचालक पालना कर रहे हैं.

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