कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में मूत्र रोग के प्रति अभी भी लोगों के बीच जागरूकता नहीं है. जिसके चलते इन रोगों के कारण मरीज काफी दुविधा में भी रहते हैं. ऐसे में अगर किसी मरीज को मूत्र संबंधी विकार हो तो वे तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें, ताकि उनकी बीमारी को समय रहते ठीक किया जा सके. यह बात क्षेत्रीय अस्पताल ढालपुर में पहुंचे एम्स के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के सहायक असिस्टेंट प्रोफेसर उमाकांत दत्त ने कही.(Prostate cancer disease)(camp on prostate cancer at Kullu Hospital).
जिला कुल्लू के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे असिस्टेंट प्रोफेसर उमाकांत दत्त ने सोमवार को क्षेत्रीय अस्पताल ढालपुर में मरीजों की जांच की, तो वहीं मंगलवार को सिविल अस्पताल मनाली में भी एक दिवसीय शिविर लगाया जाएगा. जिसमें यूरोलॉजी से संबंधित रोगों की जांच की जाएगी. डॉ. उमाकांत ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में यूरोलॉजी से संबंधित रोगों का इलाज किया जा रहा है. इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न इलाकों में भी जाकर भी शिविर का आयोजन किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोगों में अभी भी यह धारणा है कि बढ़ती उम्र के चलते मूत्र संबंधी समस्याएं आ जाती हैं और इस धारणा के चलते लोग अपना इलाज करवाने के लिए अस्पताल नहीं जाते हैं. लेकिन लोग अपनी धारणा को अब बदल दें. क्योंकि बड़ी उम्र में भी प्रोस्टेट कैंसर व अन्य मूत्र संबंधी बीमारियों का सफलतापूर्वक इलाज हो रहा है. डॉक्टर उमाकांत दत्त ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी इस तरह के बीमारियों का इलाज बिलासपुर के एम्स अस्पताल में सफलतापूर्वक किया जा रहा है. वहीं, क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में भी काफी संख्या में मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है.
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