कुल्लू: मनाली से 6 किलोमीटर दूर नेहरुकुंड मार्ग पर भूस्खलन होने से मनाली- रोहतांग मार्ग 12 घंटे के लिए बंद रहा. भारी भूस्खलन होने से मार्ग के दोनों ओर वाहन फंसे रहे. बीआरओ की टीम सड़क मार्ग की बहाली में जुट गई और कड़ी मशक्कत के बाद करीब 12 घंटे बाद सड़क बहाल हो पाई.
हालांकि रोहतांग दर्रा सैलानियों के लिए बंद होने से पर्यटक वाहन न के बराबर थे, लेकिन लेह लद्दाख सहित लाहौल-स्पीति के लिए वाहनों की आवाजाही सुचारु रूप से जारी है. मार्ग बंद होने से छोटे वाहन तो पलचान से बाया बरुआ होते हुए मनाली निकल आए, लेकिन लेह जा रहे वाहन रातभर जाम में फंसे रहे.
यहां तक की इन दिनों लेह लद्दाख को जाना वाले सेना के ट्रक भी इसी मार्ग से होकर निकलते हैं. घाटी में लगातार हो रही बारिश से सड़क का सफर जोखिम भरा हो गया है. जगह- जगह भूस्खलन व मलबा गिरने से स्थानीय लोगों व पर्यटकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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बीआरओ कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि नेहरुकुंड के पास लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिससे लगातार परेशानियां बढ़ रही है. उन्होंने बताया कि बीआरओ 70 आरसीसी ने सुबह ही मार्ग को खोलने का काम शुरू कर दिया था. उन्होंने कहा कि मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारु रूप से शुरू हो गई है.