कुल्लू: हिमाचल में भारी बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से अभी भी कई सड़कें बंद पड़ी है. जिसे शासन प्रशासन खोलने में जुटा है. वहीं, कल्लू जिला की पर्यटन नगरी मनाली में सड़क बहाली के काम में अब पर्यटन कारोबारी आगे आए हैं. मंगलवार को ट्रैवल एजेंट यूनियन के अध्यक्ष बुद्धि प्रकाश ने अपने 7 साथियों के साथ ब्यास नदी में क्रेट वाल लगाने वाले मजदूरों की मदद के लिए आगे आए. वहीं, आज श्रमदान करने वालों की संख्या भी 8 बढ़कर से 60 पहुंच गई है.
इस क्रेट वाल निर्माण में श्रमदान देने के लिए महिला पर्यटक कारोबारी भी विशेष रूप से शामिल है. ये सभी लोग यहां पर मजदूरों के साथ मिलकर सड़क बहाल करने के लिए श्रमदान कर रहे हैं. हालांकि, एनएचएआई ने रांगड़ी में सड़क को वन वे कर दिया है. जिससे यहां वाहनों की आवाजाही जारी है, लेकिन दोनों और से वाहनों की आवाजाही को शुरू करने के लिए इन दिनों ब्यास नदी के किनारे क्रेट वाल लगाने का काम किया जा रहा है. वहीं, मजदूर की संख्या कम होने के चलते यह काम धीमी गति से हो रहा था. अब पर्यटन कारोबारी खुद श्रमदान करने के लिए आगे आए हैं. ताकि यहां पर जल्द से जल्द सड़क को दोनों ओर से वाहनों की आवाज आई के लिए बहाल किया जा सके.
जुलाई माह में आई बाढ़ के चलते कुल्लू से मनाली तक सड़क मार्ग बुरी तरह से प्रभावित हुआ. वही पतलीकूहल से रांगड़ी तक 13 प्वॉइंट ऐसे है, जहां सड़क बुरी तरह से बह गई है. इसके अलावा रांगड़ी में 3200 मीटर सड़क का भी नामोनिशान मिट गया है. सड़क मार्ग के खराब होने के चलते पर्यटन नगरी मनाली अब सूनी पड़ गई है. जिसके चलते यहां पर हजारों होटल खाली हैं और पर्यटक न होने के चलते लोगों के रोजगार पर भी संकट आन पड़ा है. ऐसे में अब सड़क बहाली का काम भी शुरू कर दिया गया है. लेकिन अभी भी वोल्वो बस मनाली नहीं पहुंच पा रही है. जब तक वोल्वो बसों का संचालन मनाली तक नहीं होता है. तब तक यहां के पर्यटन कारोबार में तेजी नहीं आ सकती है.
हालांकि, एनएचएआई के पास मशीनरी की कमी नहीं है और सड़क को एक तरफा वाहनों के लिए बहाल भी कर दिया है। लेकिन दो तरफा बहाली के लिए ब्यास नदी में क्रेटवाल लगाना जरूरी है। क्रेटवाल के लिए मजदूरों की कमी है। अगर सभी लोग क्रेटवाल लगाने जगह-जगह श्रमदान में उतरते हैं तो सड़क जल्द ही दो तरफा वाहनों के लिए बहाल हो जाएगी.
ट्रैवल एजेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष बुद्धि प्रकाश ठाकुर ने कहा कि एनएचएआई के पास मशीनरी तो बहुत है, लेकिन मजदूरों की कमी है. जिस कारण क्रेटवाल का काम लेट हो रहा है. क्रेट वाल लगाए बिना सड़क तो तरफा बहाल नहीं होगी. उन्होंने कहा कि इस प्राकृतिक आपदा से बाहर निकलने व पर्यटन को पटरी पर लाने को लेकर वह श्रमदान पर उतरे हैं. उन्होंने पर्यटन से जुड़े सभी एसोसिएशन से आग्रह किया कि किसी को कोसने के बजाए श्रमदान पर उतरें. जगह-जगह क्रेट वाल लगाने में एनएचएआई की मदद करें, ताकि पर्यटन कारोबार को जल्दी पटरी पर लाया जा सके.
बता दें कि सीएम सुखविंदर सिंह ने भी हिमाचल प्रदेश की अधिकांश सड़कें खुलने की बात कही है. साथ ही उन्होंने हिमाचल पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पर्यटकों से राज्य में आने की अपील की है. उन्होंने कहा हिमाचल के लोग पर्यटकों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है. हिमाचल में आने वाले पर्यटक पूरी तरह से सुरक्षित हैं.