कुल्लू: देवभूमि कुल्लू में तीन दिन तक हुई बारिश से जहां जानमाल को हानि हुई है, वहीं करोड़ों की संपत्ति को नुकसान हुआ है.
बता दें कि तीन दिन की मूसलाधार बारिश में कुल्लू जिला को दस करोड़ का नुकसान हुआ है. लोक निर्माण विभाग को सबसे अधिक नुकसान हुआ है. वहीं सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग और विद्युत बोर्ड को भी करोड़ों की चपत लगी है.कृषि और बागवानी विभाग को भी बारिश से नुकसान हुआ है.
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार लोक निर्माण विभाग को 4 करोड़ 52 लाख का नुकसान हुआ है. इसमें टापू में बही अस्थायी पुल की सड़क, अन्य सड़कें शामिल हैं. बारिश के बाद जिले में करीब 100 सड़कें बंद हो गई थी. सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को 4 करोड़ 31 लाख का नुकसान हुआ है.
ग्रामीण क्षेत्रों के नालों में बाढ़ और भूस्खलन से पेयजल लाइनें टूट गई, जिससे पेयजल योजनाओं पर असर पड़ा है. विद्युत बोर्ड को बारिश से एक करोड़ 55 लाख का नुकसान आंका गया है. बागवानी और कृषि विभाग को काफी नुकसान बताया गया है.
भारी बारिश और तूफान के कारण सेब के पेड़ गिर गए, जबकि मक्की और राजमा की फसल ढह गई. कुल्लू में हुई भारी बारिश से तीन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है.
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बता दें कि पलचान में बने हाई स्कूल का भवन बह गया. टापू में ब्यास नदी पर अस्थायी पुल की सड़क, कुल्लू-मनाली एनएच का हिस्सा भी बह गया था. इसके साथ बारिश से 16 मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे. बारिश के चौथे दिन बाद स्थिति अब धीरे-धीरे सामान्य हो रही है.
एडीएम अक्षय सूद ने कहा कि पिछले तीन दिनों में बारिश से दस करोड़ का नुकसान हुआ है. इसमें लोक निर्माण विभाग को 4 करोड़ 52 लाख, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को 4 करोड़ 31 लाख और विद्युत बोर्ड को एक करोड़ 55 लाख का नुकसान हुआ है. कुल्लू जिला में बारिश के कारण अबतक लगभग 181 करोड़ का नुकसान हो चुका है. उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों को सड़क, पानी, बिजली आपूर्ति सुचारु करने के निर्देश दिए गए हैं.