कुल्लू: जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार के सैंज में पिन पार्वती नदी में आई बाढ़ के चलते भारी नुकसान हुआ है. यहां पर 40 दुकानें व 30 मकान बाढ़ की चपेट में आ गई हैं तो वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी मंगलवार को हेलीकॉप्टर के माध्यम से जिला कुल्लू का एरियल सर्वे किया. इस दौरान उन्होंने मणिकर्ण, मनाली, कुल्लू, सैंज घाटी का हवाई दौरा किया और जिला प्रशासन के अधिकारियों को तुरंत राहत देने के बारे में निर्देश जारी किए.
पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सैंज घाटी में अभी और कितना नुकसान हुआ है. इसके बारे में पता लगाने के लिए हेलीकॉप्टर को वहां भेजा जा रहा है. हेलीकॉप्टर में पुलिस के अधिकारी सेटेलाइट फोन के साथ मौजूद रहेंगे और वहां पर जाकर वस्तुस्थिति का पता लगाया जाएगा. फिलहाल सैंज में बाढ़ से प्रभावित परिवारों के लिए 1 करोड़ की राहत राशि जारी की गई है. इसके अलावा जिला कुल्लू में बंद सड़कों को खोलने का कार्य शुरू कर दिया गया है.
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आज बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने और सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों की पहचान करने के लिए हवाई सर्वेक्षण किया। यह सर्वेक्षण अधिक प्रभावित क्षेत्रों के लिए प्रभावी राहत उपाय तैयार करने और संसाधनों को तैनात करने में सहायता करेगा l इस सर्वेक्षण का उद्देश्य प्रभावित समुदायों को समय पर… pic.twitter.com/glGhDp1boX
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'बुधवार तक बिजली, पानी बहाल होने की उम्मीद': मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला कुल्लू में भारी बारिश व ब्यास नदी में आई बाढ़ के चलते करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. ऐसे में यहां पर अतिरिक्त अधिकारियों की टीम भी तैनात कर दी गई है. जो सड़क बिजली व पानी की व्यवस्था को बहाल करने में अपना काम करेगी. वहीं, सीएम ने उम्मीद जताई है कि बुधवार तक जिला कुल्लू के विभिन्न इलाकों में बिजली व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश व बाढ़ के चलते 27 लोगों की मौत हुई है और मंडी जिले के अलावा ऊना में भी भारी बारिश के चलते काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में अब राज्य स्तर पर भी एक कमेटी का गठन किया गया है. जिसमें बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी राहत कार्यों को प्रमुखता से देखेंगे.
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"आपदा प्रभावित सैंज घाटी का दौरा किया"#disasterrecovery#DisasterResponse#sanjghati#Kullu pic.twitter.com/qO5LmH0MfY
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वहीं, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जिला कुल्लू में भी राहत कार्य में तेजी लाई जा रही है और जो भी पर्यटक यहां पर ठहरे हुए हैं. वह सुरक्षित हैं. ऐसे में बिजली व्यवस्था को बहाल कर वह अपने परिजनों से जल्द ही बात कर सकेंगे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बाढ़ के चलते अरबों रुपये का नुकसान हुआ है. ऐसे में इस बारे में केंद्र सरकार के साथ भी वार्ता की गई है. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ भी वार्ता की गई है. सभी नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया है कि आपदा की इस घड़ी में वे लोग हिमाचल के साथ है और हिमाचल की इस आपदा से निपटने में हर संभव मदद की जाएगी. वहीं, लाहौल घाटी के चंद्रताल में फंसे पर्यटकों को भी अब हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि सुबह के समय भी सेना के हेलिकॉप्टर चंद्रताल की और भेजे गए थे, लेकिन मौसम खराब होने के चलते पर्यटकों का रेस्क्यू नहीं हो पाया है. ऐसे में अब दोबारा से हेलिकॉप्टर को चंद्रताल की और भेजा जा रहा है, ताकि वहां पर फंसे हुए बुजुर्ग, महिलाओं, बच्चों को निकाला जा सके. इसके अलावा प्रशासन की टीम भी चंद्रताल और लोसर गांव पहुंच चुकी है. जहां पर सभी पर्यटकों के साथ संपर्क कर लिया गया है और पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं. ऐसे में सभी पर्यटकों को सुरक्षित वहां से निकाल लिया जाएगा.
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