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COVID-19: तीर्थन घाटी में पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को किया गया जागरूक

तीर्थन घाटी के ग्राम पंचायत नोहन्ड़ा और कंडीधार में पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों के लिए कोविड-19 जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. जागरूकता शिविर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से पर्यटन व्यवसाय से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों को कोरोना महामारी के प्रति महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई.

कोविड-19 को लेकर जागरूकता शिविर
कोविड-19 को लेकर जागरूकता शिविर
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Published : Sep 22, 2020, 8:02 AM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में पर्यटन विभाग द्वारा एशियन डेवलपमेंट बैंक की सहायता से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए समुदाय आधारित पर्यटन परियोजना चलाई जा रही है. इस परियोजना के तहत प्रदेश की कुछ चयनित ग्राम पंचायतों में स्थानीय समुदाय को पर्यटन से संबंधित गतिविधियों, प्रबंधन, कौशल विकास, पाक कला व स्वच्छता इत्यादि के बारे मे जागरूक और प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि स्थानीय समुदाय की महिलाएं व युवा पर्यटन से संबंधित प्रशिक्षण लेकर इस क्षेत्र में अपनी आजीविका कमा सके. यह परियोजना स्थानीय समुदाय को पर्यटन विकास के साथ साथ यहां की प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक धरोहर के बेहतर संरक्षण में भी सहायक सिद्ध हो रही है.

इस परियोजना के अन्तर्गत कुल्लू जिला में उपमंडल बंजार की तीर्थन घाटी से दो ग्राम पंचायतों नोहन्ड़ा और कंडीधार को भी शामिल किया गया है. इसी परियोजना के तहत तीर्थन घाटी की इन दो पंचायत के स्थानीय लोगों को पर्यटन से संबंधित होम स्टे प्रबन्धन, पाक कला(कुकिंग), ट्रैकिंग गाइड, हस्तशिल्प, प्राथमिक चिकित्सा और जागरूकता जैसे कुछ आधारभूत और अग्रणीय स्तर के प्रशिक्षण कोर्स करवाए जा चुके हैं.

इसी कड़ी में घाटी की इन दो पंचायतों कंडीधार और नोहण्डा में 20 और 21 सितम्बर को कोविड-19 को लेकर पर्यटन की सहायक सेवाओं से जुड़े लोगों, ढाबा संचालकों, टैक्सी संचालकों और स्थानीय महिलाओं के लिए दो दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. ग्राम पंचायत नोहन्ड़ा और कंडीधार से 30/30 प्रतिभागियों ने इस शिविर में हिस्सा लिया है. यह प्रशिक्षण पंचायत कंडीधार में दिनांक 20 सितंबर और पंचायत नोहंडा में 21 सितंबर को प्रदान किया गया है.

दो दिवसीय जागरूकता शिविर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राथमिक चिकित्सा केंद्र गुशैनी के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर इन्दु वाला और डॉक्टर आलम पराशर ने पर्यटन व्यवसाय से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों को कोरोना महामारी के प्रति महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई. इस दौरान डॉक्टरों ने लोगों को कोरोना महामारी के लक्षण और इससे बचाव व सावधानियां बरतने के बारे में मत्त्वपूर्ण जानकारी दी है.

परियोजना के नोडल अधिकारी एवं इको टूरिज्म प्लानर अंकित सुद का कहना है कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य स्थानीय समुदाय को कोरोना काल के दौरान पर्यटन को सुचारू रूप से चलाने में सहायता करना है, ताकि घाटी के जो लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हैं वे सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक सुरक्षित तरीके से कार्य सके.

ग्राम पंचायत कंडीधार की प्रधान चमना देवी ने इस प्रशिक्षण के सफल आयोजन के लिए प्रशिक्षक और परियोजना अधिकारियों का आभार प्रकट किया है. इनका कहना है कि यहां पर ग्रामीण पर्यटन की आपार संभावना है. सरकार को यहां के समुदाय के लिए स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करवाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है.

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में पर्यटन विभाग द्वारा एशियन डेवलपमेंट बैंक की सहायता से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए समुदाय आधारित पर्यटन परियोजना चलाई जा रही है. इस परियोजना के तहत प्रदेश की कुछ चयनित ग्राम पंचायतों में स्थानीय समुदाय को पर्यटन से संबंधित गतिविधियों, प्रबंधन, कौशल विकास, पाक कला व स्वच्छता इत्यादि के बारे मे जागरूक और प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि स्थानीय समुदाय की महिलाएं व युवा पर्यटन से संबंधित प्रशिक्षण लेकर इस क्षेत्र में अपनी आजीविका कमा सके. यह परियोजना स्थानीय समुदाय को पर्यटन विकास के साथ साथ यहां की प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक धरोहर के बेहतर संरक्षण में भी सहायक सिद्ध हो रही है.

इस परियोजना के अन्तर्गत कुल्लू जिला में उपमंडल बंजार की तीर्थन घाटी से दो ग्राम पंचायतों नोहन्ड़ा और कंडीधार को भी शामिल किया गया है. इसी परियोजना के तहत तीर्थन घाटी की इन दो पंचायत के स्थानीय लोगों को पर्यटन से संबंधित होम स्टे प्रबन्धन, पाक कला(कुकिंग), ट्रैकिंग गाइड, हस्तशिल्प, प्राथमिक चिकित्सा और जागरूकता जैसे कुछ आधारभूत और अग्रणीय स्तर के प्रशिक्षण कोर्स करवाए जा चुके हैं.

इसी कड़ी में घाटी की इन दो पंचायतों कंडीधार और नोहण्डा में 20 और 21 सितम्बर को कोविड-19 को लेकर पर्यटन की सहायक सेवाओं से जुड़े लोगों, ढाबा संचालकों, टैक्सी संचालकों और स्थानीय महिलाओं के लिए दो दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. ग्राम पंचायत नोहन्ड़ा और कंडीधार से 30/30 प्रतिभागियों ने इस शिविर में हिस्सा लिया है. यह प्रशिक्षण पंचायत कंडीधार में दिनांक 20 सितंबर और पंचायत नोहंडा में 21 सितंबर को प्रदान किया गया है.

दो दिवसीय जागरूकता शिविर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्राथमिक चिकित्सा केंद्र गुशैनी के मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर इन्दु वाला और डॉक्टर आलम पराशर ने पर्यटन व्यवसाय से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों को कोरोना महामारी के प्रति महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई. इस दौरान डॉक्टरों ने लोगों को कोरोना महामारी के लक्षण और इससे बचाव व सावधानियां बरतने के बारे में मत्त्वपूर्ण जानकारी दी है.

परियोजना के नोडल अधिकारी एवं इको टूरिज्म प्लानर अंकित सुद का कहना है कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य स्थानीय समुदाय को कोरोना काल के दौरान पर्यटन को सुचारू रूप से चलाने में सहायता करना है, ताकि घाटी के जो लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन व्यवसाय से जुड़े हैं वे सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक सुरक्षित तरीके से कार्य सके.

ग्राम पंचायत कंडीधार की प्रधान चमना देवी ने इस प्रशिक्षण के सफल आयोजन के लिए प्रशिक्षक और परियोजना अधिकारियों का आभार प्रकट किया है. इनका कहना है कि यहां पर ग्रामीण पर्यटन की आपार संभावना है. सरकार को यहां के समुदाय के लिए स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करवाने की दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है.

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