कुल्लू: हिमाचल प्रदेश को पूर्व भाजपा सरकार ने धार्मिक पर्यटन के तौर पर भी उभारने का प्रयास किया. जिसके तहत मंडी में शिव धाम का निर्माण किया जा रहा था. लेकिन जिस तरह से मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद प्रतिभा सिंह ने बयान दिया है कि मंडी में शिव धाम की जरूरत नहीं है, वह बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है. ढालपुर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए मंडी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के पूर्व में प्रत्याशी रहे एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रिटायर्ड ब्रिगेडियर खुशाल ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा उत्तर प्रदेश में काशी धाम बनाया गया.
'मंडी में शिवधाम बनाने में आपत्ति नहीं होनी चाहिए': उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने उज्जैन में भी महाकालेश्वर के नाम से धार्मिक पर्यटन को विकसित किया है. ऐसे में अगर मंडी में शिवधाम बनाया जा रहा था तो उसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. रिटायर्ड ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी धार्मिक पर्यटन को उभारने की आवश्यकता है और मंडी में जो शिवधाम बनाया जा रहा था उसके लिए 250 करोड़ रुपए का भी प्रावधान किया गया था. उन्होंने कहा कि काशी के बाद मंडी को ही छोटी काशी के रूप में माना जाता है क्योंकि यहां पर काशी के बाद भगवान शिव के सबसे अधिक मंदिर हैं.
'धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दे सरकार': उन्होंने कहा कि मंडी में शिव धाम में 12 ज्योतिर्लिंगों की भी स्थापना की जानी थी. ऐसे में हिमाचल प्रदेश के लोगों के अलावा बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह एक दर्शनीय स्थल बन जाता. अब कांग्रेस सरकार को चाहिए कि शिवधाम के बचे हुए कार्य को भी पूरा किया जाए और हिमाचल प्रदेश को भी धार्मिक पर्यटन से उभारा जाए. ताकि प्राकृतिक पर्यटन के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके.
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