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Kullu Dussehra: ढालपुर मैदान में एक ही स्थान पर शिव परिवार विराजमान, बिजली महादेव-माता पार्वती-गणपति के हो रहे दर्शन

अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में जिलेभर से सैकड़ों देवी-देवता ढालपुर मैदान में अपने-अपने अस्थाई शिविरों में विराजमान है. शिविरों में विराजमान देवी-देवता श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं. इसी दौरान शिव परिवार भी एक स्थान पर ही श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं. बिजली महादेव, माता पार्वती और भगवान गणपति ढालपुर मैदान में एक स्थान पर ही विराजमान हैं. (International Kullu Dussehra Festival 2023)

International Kullu Dussehra Festival 2023
अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव 2023
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 26, 2023, 2:18 PM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू के ढालपुर मैदान में इन दिनों अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की धूम है. सैकड़ों देवी-देवता ढालपुर मैदान में अपने-अपने अस्थाई शिविरों में विराजमान हैं. देवी-देवताओं की उपस्थिती से ढालपुर मैदान का पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है. रोजाना हजारों श्रद्धालु देवी-देवताओं के शिविर में जाकर दर्शन कर रहे हैं. वहीं, ढालपुर मैदान में शिव परिवार भी भक्तों को दर्शन दे रहा है. भगवान शिव, माता पार्वती और गणपति के दर्शन एक ही जगह पर हो रहे हैं.

हर दिन हो रहा भजन-कीर्तन: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में भाग लेने के लिए बिजली महादेव खराहल घाटी से आए हैं, तो वहीं, मणिकर्ण घाटी के चोंग गांव से भी माता पार्वती यहां पर विराजमान हुई हैं. जिला कुल्लू की उझी घाटी से भगवान गणपति भी अपने हरियानों के साथ दशहरा उत्सव में पहुंचे हैं. तीनों देवी-देवता एक साथ भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. ढालपुर अस्पताल के समीप शिविर में हर दिन भजन कीर्तन का आयोजन हो रहा है और श्रद्धालुओं के लिए भी भोजन की व्यवस्था की जा रही है. ऐसे में शिव शक्ति व गणेश के दर्शन के साथ-साथ श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं भी मांग रहे हैं. हर दिन सुबह-शाम तीनों देवी-देवताओं के शिविर में पूजा अर्चना की जा रही है और रात के समय भजन कीर्तन किया जा रहा है.

International Kullu Dussehra Festival 2023
ढालपुर मैदान में कुल्लू दशहरा उत्सव

कार्तिक स्वामी का शिविर अलग: गौरतलब है कि भगवान बिजली महादेव का मंदिर खराहल घाटी में स्थित है और माता पार्वती मणिकर्ण घाटी के चोंग गांव में अपने मंदिर में विराजमान रहती हैं. भगवान गणपति उझी घाटी के घुड़दौड़ गांव में अपने मंदिर में विराजमान रहते हैं. वहीं, कार्तिक स्वामी भी मनाली के सिमसा गांव में विराजमान रहते हैं. कार्तिक स्वामी ढालपुर स्कूल के मैदान में अपने अस्थाई शिविर में विराजमान हैं. इन चारों देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को अलग-अलग इलाके का रुख करना पड़ता है, लेकिन दशहरा उत्सव में सात दिनों तक भगवान बिजली महादेव, माता पार्वती, भगवान गणेश एक जगह पर ही श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं.

International Kullu Dussehra Festival 2023
कुल्लू दशहरा उत्सव में शामिल शिव परिवार

PM मोदी भी करते हैं बिजली महादेव का जिक्र: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिमाचल दौरे के दौरान बिजली महादेव का जिक्र करते रहते हैं. अब यहां पर सैलानियों की सुविधा के लिए रोपवे का भी निर्माण किया जाना है. वहीं, पार्वती घाटी की आराध्या माता पार्वती निसंतान दंपतियों की मनोकामना को पूरी करती है. गणेश भगवान की मान्यता है कि शिव शक्ति से पहले भगवान गणेश के दर्शन करने होते हैं और उसके बाद ही माता पार्वती व बिजली महादेव के दर्शन किए जाते हैं.

देव लोक बना ढालपुर मैदान: देवता बिजली महादेव के कारदार विनेन्द्र जंबाल ने बताया कि यहां पर पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है. श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की भी व्यवस्था की गई है. शाम के समय यहां पर भजन कीर्तन भी किया जाता है और तीनों देवी-देवताओं के दर्शन कर श्रद्धालु भी अपने आप को धन्य मान रहे हैं. वहीं, देवी देवताओं के दर्शन करने पहुंची श्रद्धालु युवती का कहना है कि दशहरा उत्सव अपने आप में अनूठा संगम है और एक ही जगह पर 300 से अधिक देवी देवताओं के दर्शन होते हैं. ऐसे में इन देवी-देवताओं के आगमन से ढालपुर मैदान देव लोक में तब्दील हो गया है.

ये भी पढ़ें: Kullu Dussehra: कुल्लू दशहरा उत्सव में यातायात प्रबंधक हैं देवता नाग धूमल, गंदगी होने पर खुद चलने लगता है देवरथ

कुल्लू: जिला कुल्लू के ढालपुर मैदान में इन दिनों अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की धूम है. सैकड़ों देवी-देवता ढालपुर मैदान में अपने-अपने अस्थाई शिविरों में विराजमान हैं. देवी-देवताओं की उपस्थिती से ढालपुर मैदान का पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है. रोजाना हजारों श्रद्धालु देवी-देवताओं के शिविर में जाकर दर्शन कर रहे हैं. वहीं, ढालपुर मैदान में शिव परिवार भी भक्तों को दर्शन दे रहा है. भगवान शिव, माता पार्वती और गणपति के दर्शन एक ही जगह पर हो रहे हैं.

हर दिन हो रहा भजन-कीर्तन: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में भाग लेने के लिए बिजली महादेव खराहल घाटी से आए हैं, तो वहीं, मणिकर्ण घाटी के चोंग गांव से भी माता पार्वती यहां पर विराजमान हुई हैं. जिला कुल्लू की उझी घाटी से भगवान गणपति भी अपने हरियानों के साथ दशहरा उत्सव में पहुंचे हैं. तीनों देवी-देवता एक साथ भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. ढालपुर अस्पताल के समीप शिविर में हर दिन भजन कीर्तन का आयोजन हो रहा है और श्रद्धालुओं के लिए भी भोजन की व्यवस्था की जा रही है. ऐसे में शिव शक्ति व गणेश के दर्शन के साथ-साथ श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं भी मांग रहे हैं. हर दिन सुबह-शाम तीनों देवी-देवताओं के शिविर में पूजा अर्चना की जा रही है और रात के समय भजन कीर्तन किया जा रहा है.

International Kullu Dussehra Festival 2023
ढालपुर मैदान में कुल्लू दशहरा उत्सव

कार्तिक स्वामी का शिविर अलग: गौरतलब है कि भगवान बिजली महादेव का मंदिर खराहल घाटी में स्थित है और माता पार्वती मणिकर्ण घाटी के चोंग गांव में अपने मंदिर में विराजमान रहती हैं. भगवान गणपति उझी घाटी के घुड़दौड़ गांव में अपने मंदिर में विराजमान रहते हैं. वहीं, कार्तिक स्वामी भी मनाली के सिमसा गांव में विराजमान रहते हैं. कार्तिक स्वामी ढालपुर स्कूल के मैदान में अपने अस्थाई शिविर में विराजमान हैं. इन चारों देवी देवताओं के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को अलग-अलग इलाके का रुख करना पड़ता है, लेकिन दशहरा उत्सव में सात दिनों तक भगवान बिजली महादेव, माता पार्वती, भगवान गणेश एक जगह पर ही श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं.

International Kullu Dussehra Festival 2023
कुल्लू दशहरा उत्सव में शामिल शिव परिवार

PM मोदी भी करते हैं बिजली महादेव का जिक्र: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिमाचल दौरे के दौरान बिजली महादेव का जिक्र करते रहते हैं. अब यहां पर सैलानियों की सुविधा के लिए रोपवे का भी निर्माण किया जाना है. वहीं, पार्वती घाटी की आराध्या माता पार्वती निसंतान दंपतियों की मनोकामना को पूरी करती है. गणेश भगवान की मान्यता है कि शिव शक्ति से पहले भगवान गणेश के दर्शन करने होते हैं और उसके बाद ही माता पार्वती व बिजली महादेव के दर्शन किए जाते हैं.

देव लोक बना ढालपुर मैदान: देवता बिजली महादेव के कारदार विनेन्द्र जंबाल ने बताया कि यहां पर पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है. श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की भी व्यवस्था की गई है. शाम के समय यहां पर भजन कीर्तन भी किया जाता है और तीनों देवी-देवताओं के दर्शन कर श्रद्धालु भी अपने आप को धन्य मान रहे हैं. वहीं, देवी देवताओं के दर्शन करने पहुंची श्रद्धालु युवती का कहना है कि दशहरा उत्सव अपने आप में अनूठा संगम है और एक ही जगह पर 300 से अधिक देवी देवताओं के दर्शन होते हैं. ऐसे में इन देवी-देवताओं के आगमन से ढालपुर मैदान देव लोक में तब्दील हो गया है.

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