कुल्लू: जिला कुल्लू में इस साल सेब वाले क्षेत्रों में सेब के नए पौधे लगाने के लिए जमीन में उपयुक्त नमी के चलते बागवान बड़ी संख्या में नए पौधों को लगाने की तैयारी कर रहे हैं. इस साल जनवरी के महीने में अच्छी बर्फबारी के कारण बगीचों में कीटों अन्य बीमारियों का खतरा भी कम है.
जिला कुल्लू के सेब क्षेत्रों में हर साल हजारों की संख्या में नए बगीचे लगाने का कार्य बागवान करते हैं जिससे सेब बगीचों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कुल्लू के ऊंचाई वाले क्षेत्र में अब सब्जी उत्पादन करने वाले किसान भी सेब के बगीचे लगाने के प्रति आकर्षित हो रहे हैं.
हर साल जनवरी से मार्च महीनों के बीच सेब के नए पौधे लगाए जाते हैं. बागवानी विशेषज्ञों के अनुसार इसके लिए बागवान कुछ दिन पहले गड्ढे कर लें और उन्हें खुला छोड़ दें. सेब के पौधे किसी अच्छी प्रमाणित नर्सरी से खरीदें.
पौधे उपचारित हों और जिस किस्म के पौधे बागवान लगाना चाहते हैं उसके पौधों की जांच कर लें कि वे उसी किस्म के हैं या नहीं. बागवानी विभाग के अनुसार सड़कों के किनारे बिना लाइसेंस के नर्सरी बेचने वालों से पौधे ना खरीदें.
बागवानी विभाग के उपनिदेशक डॉ. राकेश गोयल का कहना है कि बागवानी विभाग भी लोगो को सेब के पौधे वितरित कर रहा है. जल्द ही जिला के अन्य क्षेत्रों में भी बागवान विभाग के केंद्रों से सेब की विदेशी किस्मों को खरीद सकते हैं.