ETV Bharat / state

आनी में हिमाचल किसान सभा ने की बैठक, राज्य महासचिव ने नए कृषि कानून को बताया किसान विरोधी - कृषि कानून

हिमाचल किसान सभा की बैठक आनी के मंदिर परिसर में हुई. बैठक में ओंकार शाद ने कहा कि केंद्र सरकार जो तीन कृषि कानून लाई है, ये तीनों बिल किसान विरोधी हैं. आने वाले समय में किसानों के हालात खराब करने वाले हैं. इसके लिए वह 26 नवंबर को दिल्ली को कुच करेंगे.

हिमाचल किसान सभा आनी
हिमाचल किसान सभा आनी
author img

By

Published : Oct 28, 2020, 4:49 PM IST

कुल्लू: जिला में आनी हिमाचल किसान सभा की बैठक आनी के मंदिर परिसर में उपाध्यक्ष मिलाप की अध्यक्षता में आयोजित हुई. हिमाचल किसान सभा आनी की विस्तारिक बैठक में राज्य महासचिव ओंकार शाद विशेष रूप से उपस्थित रहे.

बैठक में ओंकार शाद ने कहा कि केंद्र सरकार जो तीन कृषि कानून लाई है, ये तीनों बिल किसान विरोधी हैं. आने वाले समय में किसानों के हालात खराब करने वाले हैं. इसके लिए वह 26 नवंबर को दिल्ली को कुच करेंगे. उन्होंने सरकार का निम्न बातों पर अमल करने को कहा. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानेंगे तो आने वाले समय में इसके परिणाम और गम्भीर होगें जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.

ओंकार शाद ने किसान विरोधी लाए कृषि विधेयक को वापस लेने की बात भी कही और कहा कि कृषि को कॉरपोरेट की लूट के लिये खोलने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों की सहमति लिए बगैर ही कॉरपोरेट परस्त बिलों को वापस लो. स्वामीनाथन आयोग के मुताबिक न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाय. न्यूनतम समर्थन मूल्य C2+50% के हिसाब से खरीद के लिये सरकार कानून लाये. आजादी के नाम पर किसानों को बर्बाद करने की साजिश नहीं चलेगी.

तीनों कृषि बिलों को वापस लेकर, न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागू करने पर कानून लाया जाये. कॉरपोरेट खेती के नाम पर किसानों की जमीनों को हड़पने की साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. जब सरकारी मण्डियों में किसानों को लाभकारी दाम नहीं दे पा रही सरकार तो फिर खुले बाजार में कैसे मिलेंगे. किसानों को बाजार में लूटने के लिये छोड़ना बंद किया जाए. सरकारी मंडियों को बंद करने की साजिश नहीं होनी चाहिए. ये सभी मांगे उन्होंने बैठक में रखी हैं.

ये भी पढ़ें- आनी कांग्रेस ने एसडीएम से की मुलाकात, मास्क नहीं पहनने पर चालान काटने का किया विरोध

कुल्लू: जिला में आनी हिमाचल किसान सभा की बैठक आनी के मंदिर परिसर में उपाध्यक्ष मिलाप की अध्यक्षता में आयोजित हुई. हिमाचल किसान सभा आनी की विस्तारिक बैठक में राज्य महासचिव ओंकार शाद विशेष रूप से उपस्थित रहे.

बैठक में ओंकार शाद ने कहा कि केंद्र सरकार जो तीन कृषि कानून लाई है, ये तीनों बिल किसान विरोधी हैं. आने वाले समय में किसानों के हालात खराब करने वाले हैं. इसके लिए वह 26 नवंबर को दिल्ली को कुच करेंगे. उन्होंने सरकार का निम्न बातों पर अमल करने को कहा. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानेंगे तो आने वाले समय में इसके परिणाम और गम्भीर होगें जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.

ओंकार शाद ने किसान विरोधी लाए कृषि विधेयक को वापस लेने की बात भी कही और कहा कि कृषि को कॉरपोरेट की लूट के लिये खोलने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों की सहमति लिए बगैर ही कॉरपोरेट परस्त बिलों को वापस लो. स्वामीनाथन आयोग के मुताबिक न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाय. न्यूनतम समर्थन मूल्य C2+50% के हिसाब से खरीद के लिये सरकार कानून लाये. आजादी के नाम पर किसानों को बर्बाद करने की साजिश नहीं चलेगी.

तीनों कृषि बिलों को वापस लेकर, न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागू करने पर कानून लाया जाये. कॉरपोरेट खेती के नाम पर किसानों की जमीनों को हड़पने की साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. जब सरकारी मण्डियों में किसानों को लाभकारी दाम नहीं दे पा रही सरकार तो फिर खुले बाजार में कैसे मिलेंगे. किसानों को बाजार में लूटने के लिये छोड़ना बंद किया जाए. सरकारी मंडियों को बंद करने की साजिश नहीं होनी चाहिए. ये सभी मांगे उन्होंने बैठक में रखी हैं.

ये भी पढ़ें- आनी कांग्रेस ने एसडीएम से की मुलाकात, मास्क नहीं पहनने पर चालान काटने का किया विरोध

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.