कुल्लू: जिला कुल्लू के ऊपरी इलाकों में बारिश का दौर शुरू हो गया है. वहीं, बारिश से घाटी के नदी नाले भी उफान पर है. जिला कुल्लू के मणिकर्ण घाटी के जिगराई नाले में भी जलस्तर बढ़ गया. वही, पुलगा की ओर गए सैलानियों के वाहन भी यहां पर फंस गए. जलस्तर अधिक होता देख सैलानियों ने क्रेन की व्यवस्था की. क्रेन से सैलानियों की गाड़ियों को नाले के दूसरे और निकाला गया.
गौरतलब है कि पिछले लंबे समय से ग्रामीण यहां पर पुल की समस्या को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवा चुके हैं, लेकिन अब तक यहां पर पुल नहीं बनाया गया है. पुल नहीं होने के चलते लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बर्षेणी पंचायत के प्रधान रविंद्र कुमार ने बताया 5 सालों से यहां पर पुल की व्यवस्था नहीं हो पाई है. जिस कारण यहां पर स्थानीय और स्कूली बच्चों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
उन्होंने कहा गर्मियों में सैलानी भी काफी संख्या में आते हैं, लेकिन नाले का जलस्तर अधिक होने से कोई भी हादसा होने का डर बना रहता है. बीते दिनों भी सैलानियों के वाहन यहां पर फंस गए थे. जिसके बाद उन्होंने अपने पैसों से क्रेन की व्यवस्था की और वाहनों को यहां से बाहर निकाला.
पंचायत प्रधान रविंद्र कुमार ने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि यहां पर जल्द से जल्द पुल की व्यवस्था की जाए. ताकि बरसात के दिनों में लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. वहीं लाहौल घाटी में भी नदी नालों का जलस्तर बढ़ गया है. केलांग से उदयपुर सड़क मार्ग पर टोजिंग नाले का जलस्तर बढ़ने के चलते यहां वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है.
सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग के मशीनरी मौके पर पहुंच गई और सड़क से मलबे को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा जाहलमा नाले का जलस्तर भी काफी बढ़ गया है. लाहौल स्पीति प्रशासन ने भी लोगों से नदी नालों का रुख नहीं करने का आग्रह किया है.
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