कुल्लूः सैंज में रविवार शाम को हुई भारी बारिश और ओलावृष्टि ने खूब तबाही मचाई है. मौसम के बिगड़े मिजाज से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. खेतों में टमाटर, मटर और गोभी की फसलें बरबाद हो गई हैं. बारिश से पेड़ पर लगे सेब और नाशपाती के पौधों पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है. जिससे किसानों और बागवानों की चिंता बढ़ गई है. घाटी के कई इलाकों में रविवार शाम को तेज बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि हुई, जिससे किसानों को ज्यादा नुकसान हुआ है.
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रैला पंचायत के कुंडर, मझाण, मझारना, पाशी, भूपन, शारण, घाटसेरी, मंझग्रां और देहुरीधार पंचायत के तुंग, तल्याहरा, सिंहण सहित शैंशर, शांघड़, सुचेहण, बनोगी, देवगढ़ गोही, दुशाहड़ धाउगी, कनौन और भलाहन पंचायत के गांवों में भारी नुकसान हुआ है.
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ओलावृष्टि से घाटी के इलाके बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. सेब और नाशपाती की बंपर पैदावार की संभावना जता रहे बागवानों के चेहरों की रंगत उड़ गई है. किसानों का मानना है कि ओलावृष्टि से मटर और टमाटर की सारी फसल बरबाद हो गई है. हाल ही में सूखे से किसान बड़ी मुश्किल से उभरे थे.
बागवानों की मानें तो ओलावृष्टि और तेज हवाओं से सेब पर बुरा असर पड़ा है. सैंज घाटी में सेब का काफी अच्छा उत्पादन होता है. इस बार अच्छी सेटिंग होने से बंपर फसल होनी थी. उधर, एसडीएम बंजार एमआर भारद्वाज ने कहा कि राजस्व विभाग को भारी बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं.