ETV Bharat / state

सेब सीजन में नेपाली मजदूरों को हिमाचल आने की अनुमति देगी सरकार, बागवानों को करनी होगी व्यवस्था

पतलीकूहल के माहिली के पास कुल्लू फलोत्पादक मंडल की एक बैठक में वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर विशेष रूप से मौजूद रहे. सेब सीजन के लिए सरकार नेपाली मजदूरों को प्रदेश में लाने को अनुमति देगी, लेकिन उनको लाने की व्यवस्था बागवानों को स्वयं करनी होगी. सेब सीजन में बागवानों को मजदूर न मिलने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था.

नेपाली मजदूरों को हिमाचल
फोटो.
author img

By

Published : Jul 20, 2020, 10:28 AM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू के निचले इलाकों में 15 जुलाई से सेब सीजन शुरू हो गया है. हालांकि जिला कुल्लू के बंजार, सैंज, मणिकर्ण, कुल्लू घाटी व ऊझी घाटी में सेब सीजन अगस्त महीने में शुरू होगा, लेकिन कोरोना काल में सेब की तुड़ान व पैकिंग को लेकर बागवानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं.

ऐसे मे पतलीकूहल के माहिली के पास कुल्लू फलोत्पादक मंडल की एक बैठक हुई. इसमें वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर विशेष रूप से मौजूद रहे. वन मंत्री ने कहा कि सेब सीजन के लिए सरकार नेपाली मजदूरों को प्रदेश में लाने को अनुमति देगी, लेकिन उनको लाने की व्यवस्था बागवानों को स्वयं करनी होगी.

वन मंत्री ने बागवानों को सेब सीजन में आ रही समस्याओं को सुना और फलोत्पादक मंडल को आश्वस्त भी किया कि उन्हें सीजन में किसी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी. इस दौरान कुल्लू फलोत्पादक मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि सेब सीजन में आने वाली परेशानियों से वन मंत्री को अवगत करवाया गया और उनसे समस्याओं को जल्द दूर करने की मांग की गई है.

ये भी पढ़ें: नाहन में कोरोना के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चिंता

वन मंत्री ने मंडल की मांग पर ब्यास नदी से सटे फलोत्पादक मंडल के भवन की सुरक्षा संबंधी दीवार लगाने के लिए 20 लाख रुपये देने की घोषणा की है. बता दें कि मंडल ने भवन को ब्यास नदी का खतरा बताया था. इस मौके पर कई किसान-बागवान भी मौजूद रहे.

आपको बता दें कि कोरोना वायरस के चलते बागवानों को सेब सीजन में मजदूर न मिलने से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है. कोविड के चलते प्रदेश में अधिकतर प्रवासी कश्मीरी व नेपाली मजदूर अपने घरों को वापस लौट गए थे, जिस कारण बागवानों को सेब सीजन में मजदूर नहीं मिल रहे है. ऐसे में अब सरकार ने इनकी परेशानी को सुलझाते हुए, मजदूरों को हिमाचल में आने की इजाजत देने का फैसला लिया है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड पाठ्यक्रम में कर सकता है कटौती

कुल्लू: जिला कुल्लू के निचले इलाकों में 15 जुलाई से सेब सीजन शुरू हो गया है. हालांकि जिला कुल्लू के बंजार, सैंज, मणिकर्ण, कुल्लू घाटी व ऊझी घाटी में सेब सीजन अगस्त महीने में शुरू होगा, लेकिन कोरोना काल में सेब की तुड़ान व पैकिंग को लेकर बागवानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं.

ऐसे मे पतलीकूहल के माहिली के पास कुल्लू फलोत्पादक मंडल की एक बैठक हुई. इसमें वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर विशेष रूप से मौजूद रहे. वन मंत्री ने कहा कि सेब सीजन के लिए सरकार नेपाली मजदूरों को प्रदेश में लाने को अनुमति देगी, लेकिन उनको लाने की व्यवस्था बागवानों को स्वयं करनी होगी.

वन मंत्री ने बागवानों को सेब सीजन में आ रही समस्याओं को सुना और फलोत्पादक मंडल को आश्वस्त भी किया कि उन्हें सीजन में किसी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी. इस दौरान कुल्लू फलोत्पादक मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि सेब सीजन में आने वाली परेशानियों से वन मंत्री को अवगत करवाया गया और उनसे समस्याओं को जल्द दूर करने की मांग की गई है.

ये भी पढ़ें: नाहन में कोरोना के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई चिंता

वन मंत्री ने मंडल की मांग पर ब्यास नदी से सटे फलोत्पादक मंडल के भवन की सुरक्षा संबंधी दीवार लगाने के लिए 20 लाख रुपये देने की घोषणा की है. बता दें कि मंडल ने भवन को ब्यास नदी का खतरा बताया था. इस मौके पर कई किसान-बागवान भी मौजूद रहे.

आपको बता दें कि कोरोना वायरस के चलते बागवानों को सेब सीजन में मजदूर न मिलने से भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है. कोविड के चलते प्रदेश में अधिकतर प्रवासी कश्मीरी व नेपाली मजदूर अपने घरों को वापस लौट गए थे, जिस कारण बागवानों को सेब सीजन में मजदूर नहीं मिल रहे है. ऐसे में अब सरकार ने इनकी परेशानी को सुलझाते हुए, मजदूरों को हिमाचल में आने की इजाजत देने का फैसला लिया है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड पाठ्यक्रम में कर सकता है कटौती

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.